भारत की सीपेक में हिस्सेदारी पर महबूबा मुफ्ती ने दिया विवादित बयान
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) चीफ महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच शांति का पुल बनाना ही पीडीपी का एजेंडा है। उन्होंने कहा, ‘हमने कहा है कि हमें सीपेक (CPEC) का हिस्सा होना चाहिए, क्यों नहीं? जम्मू-कश्मीर 1947 से पहले व्यापार क्षेत्र का हिस्सा था, हमारे सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं।’
We have said we should be part of CPEC, why not? Jammu and Kashmir was part of the trade arena before 1947, all our paths have been closed: Peoples Democratic Party (PDP) chief Mehbooba Mufti https://t.co/5JErLx3jk2
— ANI (@ANI) December 29, 2020
महबूबा मुफ्ती ने कहा ये
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमने सरकार बनाई लेकिन अपना एजेंडा नहीं छोड़ा। हमने किसी भी चीज से समझौता नहीं किया, अगर किया होता तो सरकार नहीं गिरती। जम्मू-कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच में अमन का पुल बनाना पडे़गा जिसकी शुरुआत अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी।’
कृषि कानूनों को लेकर की BJP की आलोचना
पीडीपी अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि गुपकर गठबंधन ‘देश के संविधान के दायरे में रहकर’ जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली के लिए संघर्ष कर रहा है। उन्होंने तीन नए कृषि कानूनों को लेकर भाजपा नीत केंद्र सरकार की आलोचना भी की, जिसके खिलाफ किसान आंदोलनरत हैं।
संविधान का सम्मान नहीं करने का लगाया आरोप
श्रीनगर में एक पार्टी कार्यक्रम के दौरान महबूबा ने कहा, ‘सरकार कृषि कानून लाई और किसान इसके विरोध में कड़ाके की ठंड में भी सड़कों पर उतरे हुए हैं। अगर कानून किसानों को स्वीकार नहीं हैं तो क्या ये उनके फायदे के लिए हो सकते हैं? अगर आप ऐसे कानून लाते हैं जोकि लेागों को ही स्वीकार नहीं हैं तो आप देश के संविधान का अपमान कर रहे हैं।’ उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करके सरकार ने संविधान का अपमान किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने पूछा, ‘नेशनल कॉन्फ्रेंस स्वायत्तता की बात करती है और यह संविधन के दायरे में है। हम (पीडीपी) स्वशासन, खुली सीमाओं और मेल-जोल की बात करते हैं। आप बंदूक के बल पर कब तक शांति बनाए रख सकते हैं?’
जम्मू-कश्मीर में है ‘गुंडा राज’- मुफ्ती
इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने अपनी पार्टी नेताओं को हिरासत में लिए जाने को ‘गुंडा राज’ बताते हुए भाजपा पर ‘परिणामों के साथ छेड़छाड़ करने का’ षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया। अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन ने 20 नेताओं को एहतियात के तौर पर दिन में हिरासत में लिया है, जिनमें पीडीपी के सरताज मदनी, मंसूर हुसैन और नईम अख्तर शामिल हैं।