
रायगढ़: आगामी नगर निगम चुनावों की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। जब से वार्डों का आरक्षण हुआ तब से एक से बढ़कर एक महारथी का समीकरण बिगड़ने नजर आ रहा है संभावित तारीखों के अनुसार, चुनावी प्रक्रिया फरवरी के मध्य से शुरू हो सकती है। हालांकि, चुनावी बिगुल बजने से पहले ही कई वार्डों में राजनीतिक घमासान की शुरुआत हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस, दोनों ही दलों के दावेदार अपनी दावेदारी पेश करने में जुटे हुए हैं। और दोनों ही परियों के चक्रधर नगर मंडल एक से बढ़कर एक दिग्गज नेताओं का समीकरण बिगड़ चुका है अब एक दूसरे वार्डों में दावेदारी करते नजर आ रहे हैं
भाजपा में वार्डवार हलचल
भाजपा की बात करें तो चक्रधर नगर मंडल में एक से बढ़कर एक मनुभावों की कुर्सी इधर से उधर होती नजर दिख रही है चक्रधर नगर क्षेत्र के दिग्गज नेता कौशलेश मिश्रा की बात की जाए तो वर्तमान में जिला भाजपा उपाध्यक्ष के पद पर काबिज है और वर्तमान में उनका वार्ड ओबीसी होने के वजह से 28 नंबर वार्ड से अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं वही उनके प्रतिद्वंदी पार्षद के लाइन में मुन्ना कबाड़ी उर्फ अब्दुल सलीम भी बीजेपी से वार्ड नंबर 28 से चुनाव लड़ने की चाह पेश कर चुके हैं
एक बार फिर चक्रधर नगर क्षेत्र के दो युवा नेता आशीष ताम्रकार एवं राजेंद्र ठाकुर वार्ड नंबर 26 एवं 27 के क्षेत्र में अच्छी पकड़ है दोनों ही अपने क्षेत्र के कर्मठ भाजपा के सिपाही हैं लेकिन अभी असमंजस की स्थिति यह है कि वार्ड नंबर 27 ओबीसी होने के वजह से एवं वार्ड 26 समान्य महिला हैं अपना मन बना रहे हैं और दोनों का दलील भी यह है कि इसी वार्ड से पहले भी दोनों एक एक बार पार्षद रह चुके हैं पार्टी किस पर भरोसा करती है यह देखने वाली बात है वार्ड नंबर 23 की बात करें तो पंकज काकरवाल ओबीसी होने के वजह से वही लड़ सकते हैं वार्ड नंबर 48 सामान्य होने के कारण महेश शुक्ला की पत्नी वर्तमान में पार्षद हैं एवं वह वहीं से चुनाव लड़ सकते हैं वार्ड नंबर 21 की बात की जाए तो संजय दास अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं वार्ड नंबर 47 से वर्तमान पार्षद प्रजापति महिला होने के कारण अपनी पत्नी के लिए पार्षद का दावेदारी कर सकते हैं
वार्ड नंबर 25 से पहाड़ मंदिर कोहा कुंडा महिला सामान्य होने के वजह से संदीप क्षत्रिय एवं मनोज शर्मा अपनी पत्नी के लिए दावेदारी कर रहे हैं वार्ड नंबर 24 की बात करें तो सामान्य महिला होने के वजह से यह लंबी चौड़ी लिस्ट है शत्रुघ्न पटेल हेमंत शुक्ला अपनी अपनी पत्नी के लिए तो भारतीय राय एवं त्रिवेणी डहरिया टिकट की दावेदारी कर रही है वार्ड नंबर 22 की बात करें तो ओबीसी महिला होने कारण भाजपा के तरफ से केशव जायसवाल एवं अंकुर शाह अपनी पत्नी के लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं
देखना है कि इन चारों दावेदारों में से पार्टी किस पर कितना भरोसा कर रही है
कांग्रेस के तरफ से इन वार्डों में हलचल :
हम बात करें वार्ड क्रमांक 23 का तो यहां वार्ड प्रभावित होने की वजह से राजू मिश्रा वार्ड नंबर 24 या 28 से सुनो लड़ सकते हैं किसी एक सीट पर पार्टी से दावेदारी पेश कर सकते है
इसके अतिरिक्त वार्ड क्रमांक 25 से यहां की पूर्व पार्षद सपना सीदार प्रबलता से अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रही है किंतु विवादों में घिरे रहने के कारण क्या कांग्रेस इस बार सपना पर विश्वास व्यक्त करती है या किसी अन्य को मौका देती है यह देखना अभी बाकी है । हम बात करें वार्ड क्रमांक 26 की तो यहां सामान्य महिला सीट होने के कारण विमल यादव अपनी पत्नी के लिए टिकट की उत्कंठा पाले हुए हैं, विमल यादव के साथ सकारात्मक पक्ष यह है कि उनकी पत्नी वर्तमान में उस वार्ड से ही पार्षद है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस से महिला मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष और तेज तर्रार महिला नेत्री बरखा यादव भी अपने संगठन से टिकट प्राप्त कर चुनाव लड़ सकती है , ऐसी स्थिति में जीत किसकी झोली में आती है यह देखना दिलचस्प रहेगा ।
वहीं वार्ड क्रमांक 27 से श्री अशोक सोनी एवम श्री मदन महंत टिकट की कतार में नजर आ रहे हैं तथा वार्ड क्रमांक 28 से राकेश तालुकदार एवं अक्षय उर्फ टिल्लू के बीच घमासान की संभावना व्यक्त की जा रही है।
इसी क्रम में यदि बात किया जाए वार्ड नंबर 48 की तो यहां से जयदेव मित्र और विनोद कपूर के बीच घमासान की संभावना व्यक्त की जा रही है।
बहरहाल कुछ दिनों के इंतजार के बाद निगम चुनाव की युद्ध भूमि सजने वाली है, अब देखना यह है की वार्ड के मतदाताओं के बीच किसने अपनी कितनी पैठ जमाई है और मतदाता किसे सिरे से खारिज करती है।
क्या कहते हैं राजनीतिक समीक्षक?
राजनीतिक समीक्षकों के अनुसार, आगामी निगम चुनाव मतदाताओं की सोच और नेताओं की कार्यशैली की परीक्षा होगी। दावेदारों की संख्या बढ़ने से मुकाबला रोचक हो गया है। अब देखना यह है कि पार्टी किस पर भरोसा जताती है और मतदाता किसे अपना नेता चुनते हैं।