“राज्य में नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियां पूरी, तारीखों की घोषणा का इंतजार”

रायपुर। राज्य में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। सामान्य प्रशासन विभाग ने आदर्श आचार संहिता को लेकर 14 पन्नों की गाइडलाइन जारी कर दी है। माना जा रहा है कि 31 दिसंबर 2024 को चुनाव की तारीखों की घोषणा हो सकती है। यदि इस दिन घोषणा नहीं होती, तो चुनाव प्रक्रिया एक महीने के लिए टल सकती है, क्योंकि 1 जनवरी से नई मतदाता सूची पर काम शुरू हो जाएगा।
चुनाव की तैयारियां और गाइडलाइन के प्रमुख बिंदु
राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं। चुनाव घोषणा के बाद आदर्श आचार संहिता लागू होगी। इस दौरान सरकारी नियुक्तियों और तबादलों पर रोक लग जाएगी।
सामान्य प्रशासन विभाग की गाइडलाइन:
- सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को अवकाश पर जाने के लिए कलेक्टर की अनुमति आवश्यक होगी।
- मंत्री किसी भूमिपूजन, उद्घाटन या नई घोषणाओं में शामिल नहीं हो सकते।
- मंत्री के निजी दौरों में अतिरिक्त सुरक्षा बल नहीं लगाया जाएगा।
- चुनाव प्रचार सामग्री पर मुद्रक और प्रकाशक का नाम अनिवार्य किया गया है।
- हथियारों के लेन-देन और असामाजिक तत्वों पर सख्त निगरानी रहेगी।
चुनाव के संभावित नगर निगम
इस बार राज्य के 14 नगर निगमों में से 10 में चुनाव होने की संभावना है। इनमें प्रमुख निगम हैं:
- अंबिकापुर, धमतरी, कोरबा, बिलासपुर, चिरमिरी, राजनांदगांव, जगदलपुर, रायगढ़, दुर्ग और रायपुर।
वहीं, रिसाली, भिलाई, बीरगांव और भिलाई-चरोदा में चुनाव अभी नहीं होंगे।
नगर निगमों में कांग्रेस का दबदबा
वर्तमान में राज्य के 14 में से 13 नगर निगमों में कांग्रेस के महापौर हैं। वर्ष 2019 में हुए चुनावों में कांग्रेस ने अधिकांश निगमों में जीत हासिल की थी। हालांकि, जगदलपुर की पूर्व महापौर साफिरा साहू, जो कांग्रेस की ओर से चुनी गई थीं, अब भाजपा में शामिल हो चुकी हैं।
अगर चुनाव की घोषणा में देरी हुई तो…
यदि 31 दिसंबर 2024 को चुनाव तारीखों की घोषणा नहीं होती है, तो प्रक्रिया एक महीने तक टल सकती है। इस देरी का कारण 1 जनवरी से नई मतदाता सूची का अद्यतन कार्य है। निर्वाचन आयोग इस बात को ध्यान में रखते हुए जल्द ही चुनाव कार्यक्रम जारी कर सकता है।
राजनीतिक दलों में हलचल
चुनाव की तारीखों के संभावित ऐलान से पहले ही राजनीतिक दलों ने तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिलेगा। राज्य में कांग्रेस का वर्तमान दबदबा भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
राज्य निर्वाचन आयोग जल्द ही नगरीय निकाय चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है। इस बार चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं। अब देखना यह है कि 31 दिसंबर को तारीखों की घोषणा होती है या चुनाव प्रक्रिया अगले महीने के लिए स्थगित होती है।