
छत्तीसगढ़ विधानसभा में हंगामा: आश्रम-छात्रावास में बच्चों की मौत पर जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने किया वॉकआउट
बजट सत्र में सीएम विष्णुदेव साय के विभागों की अनुदान मांगों पर चर्चा, CAG रिपोर्ट पेश
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का 15वां दिन भी हंगामेदार रहा। मंगलवार को सदन में बस्तर के आश्रम और छात्रावासों में बच्चों की मौत का मामला गरमाया। कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ने सरकार से जवाब मांगा और आरोप लगाया कि छात्रावासों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर लापरवाही बरती जा रही है।
बघेल ने कहा कि वर्ष 2024-25 में अब तक 2 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि 2022 से 2025 तक कुल 25 बच्चों की जान गई। सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगामा किया और वॉकआउट कर दिया।
CAG रिपोर्ट और GST पर रखी गई जानकारी
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने आज सदन में तीन पत्रों के साथ CAG रिपोर्ट पेश की। इस रिपोर्ट में कई विभागों में गड़बड़ियों का खुलासा होने की संभावना है। साथ ही GST की वार्षिक रिपोर्ट भी सदन के पटल पर रखी गई, जिसमें राज्य में हुए टैक्स कलेक्शन और उसकी परफॉर्मेंस से जुड़ी जानकारियां शामिल हैं।
रेडी टू ईट योजना में गड़बड़ियों का मुद्दा उठा
कांग्रेस विधायक बालेश्वर साहू ने रेडी टू ईट खाद्य वितरण में अनियमितताओं का मुद्दा उठाया और गड़बड़ियों की जांच की मांग की। इस पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जवाब देते हुए कहा कि वितरण प्रक्रिया हर महीने के पहले और तीसरे मंगलवार को होती है और इसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई है।
संशोधन विधेयकों पर चर्चा, विपक्ष के हंगामे के आसार
आज सदन में दो महत्वपूर्ण संशोधन विधेयकों पर भी चर्चा की जाएगी। विपक्ष इन विधेयकों को लेकर आक्रामक रुख अपना सकता है। इसके अलावा, 9 याचिकाएं और दो ध्यानाकर्षण भी प्रस्तुत किए जाएंगे, जिनमें से कई मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के विभागों से जुड़े हुए हैं।