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सफलता की कहानी, मछली पालन से पुनीदाई को मिली स्वावलंबन की राह
रायगढ़ । अपनी खाली पड़ी जमीन जो कि खेती के लायक नहीं थी उस पर डबरी बनाकर मछली पालन से पुसौर विकासखण्ड के सूपा गांव की श्रीमती पुनीदाई चौहान ने अपने लिये आय का जरिया तैयार कर लिया है जिसने उसे स्वावलंबन की राह दिखाई है।
वर्ष 2019-20 में श्रीमती पुनीदाई चौहान द्वारा अपने निजी अनुपयुक्त जमीन में नीलक्रांति योजना के तहत 0.20 हेक्टयर का संवर्धन पोखर निर्माण कराया गया। उसमें वर्ष 2020-21 में मछली पालन विभाग के मत्स्य बीज संवर्धन योजना से मत्स्य बीज प्राप्त कर उन्होंने मत्स्य बीज संवर्धन का कार्य किया। जिसमें उनके द्वारा अब तक 2.00 लाख फिंगरलिंग मत्स्य बीज विक्रय कर 40000.00 का आमदनी की गई है। डबरी के मेढ़ में उन्होंने मूंगफली, अरहर तथा अरबी की खेती भी की। जिससे उन्हें अतिरिक्त आय भी मिली है।