जनता ने किया सत्ता से बेदखल पर हार को नही भुला पा रहे भूपेश – गोमती साय
विरोध करने गए कांग्रेसी, नेताओ के जिंदाबाद का नारे लगा रहे
पत्थलगांव। विधायक गोमती साय ने बिजली के मुद्दे कर कांग्रेस के विरोध प्रतिक्रिया देते हुए कहा भुपेश सरकार विधान सभा चुनाव में मिली करारी हार का दर्द नही भूल पाई है। लोकसभा चुनाव में भी भूपेश बघेल को जनता ने धरती दिखा दी। विधायक पत्थलगांव गोमती ने कहा एक सीधे साधे सरल आदिवासी विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री बनाए जाने से कांग्रेस के पेट में दर्द हो रहा है।
आजादी के बाद से कांग्रेस ने आदिवासी को मुख्यमंत्री नही बनाया जबकि भाजपा ने आदिवासी बेटे को मुख्यमंत्री बनाया है कांग्रेस की आंखों में यह कांटे की भांति चुभ रहा है। देश में सबसे सस्ती बिजली छत्तीशगढ़ में मिल रही है। देश में सबसे ज़्यादा बिजली दरें रखने वाले राज्य पश्चिम बंगाल, केरल,और आंध्र प्रदेश हैं।
छग में बिजली सबसे सस्ती होने के बाद भी कांग्रेस महंगी बिजली के मुद्दे पर छाती पीट कर हाय तौबा क्यों मचा रही है। देश में करीब छः लाख गांव है सत्तर सालो की सत्ता के दौरान बहुत से ऐसे गांव थे जहां बिजली नही पहुंच पाई और मोदी सरकार ने 2014 के दौरान सत्ता संभालते ही 18452 गांवों में बिजली पहुंचाने का काम किया है। गोमती साय ने कहा आंदोलन रत कांग्रेसियों को आम जनता के दुख दर्द से कोई सरोकार नहीं है।बिजली दर में बढ़ोतरी के मुद्देए आंदोलन कर रहे कांग्रेसी अपने अपने नेताओं के जिंदाबाद के नारे भी लगा रहे है।
यह आंदोलन जनता के दुख दर्द से नही बल्कि नेताओं के विरोध की राजनीति जिंदा रखने के लिए है। मोदी की गारंटी पर भाजपा की सरकार ने सत्ता आते ही सबसे पहले देश के अट्ठा रह लाख गरीबों के आवास स्वीकृत किए इन गरीबों के आवास को भूपेश सरकार ने रोक कर रखा था।
भ्रष्टाचार में मशगूल कांग्रेस कभी नही चाहती कि आम लोगो की गरीबी दूर हो गरीब जनता को शिक्षा आवास पानी जैसी मूलभूत आवश्यकता से दूर रखने वाली कांग्रेस हर चुनाव में बुरी तरह हार रही है। किसानों को बकाया बोनस देकर अपना वादा निभाने वाली विष्णु देव साय सरकार ने 3100 रूपए की दर से समर्थन मूल्य में धान खरीद कर एक मुश्त भुगतान कर दिया।
प्रदेश की सत्तर लाख महिलाओ को हर माह एक हजार रूपए पिछले पांच माह से दिए जा रहे है। वादे पूरे होते देख कांग्रेस के होश उड़े हुए है। गोमती साय में कहा विधान सभा में कांग्रेस के हराने वाले एवम लोकसभा में स्वय हारने वाले भूपेश बघेल को विष्णु देव साय सरकार का विरोध करने की बजाय राजनीति से सन्यास ले लेना चाहिए