घरघोड़ा क्षेत्र एवं आसपास के समाचार एवं विज्ञापन के लिए संपर्क करें अम्बिका सोनवानी 7223040303
नप अधिकारी को ज्ञापन,माँगी खंडहर हो रही दुकानें
घरघोड़ा । घरघोड़ा में नप के द्वारा रेस्ट हाउस के पास निर्मित दुकानें कागजी दांव पेंचों में फंस कर कभी उन वास्तविक हकदारों को नही मिली जिन गरीब छोटे मध्यम व्यवसायीयों के लिए इन दुकानों का निर्माण कराया गया था । लगातार राजनीतिक सुलह शिकायतों और कागजी घोडो में फंसी सालो ये दुकानें किसी को आबंटित न होने से जर्जर अवस्था मे आ गयी जिसका आज हाल यह है की एक और बरसात ये दुकाने झेल जाएँ तो बहुत बड़ी बात है ।
अब जब जय स्तम्भ चौक के आस पास छोटे मोटे दुकान ,गुमठी ,ठेला लगाने वालों को प्रशासन ने हटने का नोटिस थमाया तो नप अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौधरी ने रेस्ट हाउस के बगल निर्मित दुकानों में उनको विस्थापित किये जाने की पैरवी की । चूंकि ये दुकाने वर्षो बिना रख रखाव के जर्जर स्थिति में आते जा रही थी ऐसे में जर्जर खंडहर बन कर शासन के पैसे के मिट्टी बन जाने से अच्छा यह जरूरत मंद दुकानदारों को दे दिया जाना अच्छा उपाय था परंतु इस मामले में राजनीति करने वालो ने गरीब दुकानदारों के रोजी रोटी को दरकिनार कर इसमे भी रोड़ा अटकाने शिकायतें करनी शुरु कर दी जिससे छोटे दुकानदारों में चौक से हटाए जाने पर रोजी रोटी के संकट का भय उतपन्न हो गया है ।
खंडहर होते दुकानों में रोटी के अवसर तलाशते गरीब
ऐसे देखा जाए तो बरसो पहले निर्मित रेस्ट हाउस घरघोड़ा के बगल की दुकानों की स्थिति साल दर साल मौसम की मार झेलते और बिना रख रखाव के अत्यंत जर्जर होने लगी है । ऐसे में इन दुकानों को मिट्टी में मिलने देने से अच्छा किसी छोटे जरूरतमंद दुकानदारों को दिए जाने की मांग को लेकर दुकानदारों ने नप अधिकारी को पत्र सौंपा है । अब देखना होगा कि अधिकारी का इस मामले में रुख क्या होता है और क्या गरीबो के लिए बने दुकानों पर गरीब बस पाते हैं या राजनीतिक शिकायतों में ये दुकानें जमींदोज होने तक खंडहर ही बनी रहती हैं ।