अविवाहित विधायक का परिचय जब शादी के लिए मंच से सीएम ने कराया..फिर क्या हुआ:-

कसडोल विधायक ने कहा आपके आर्शिवाद से ही करूंगी विवाह

आशीष तिवारी@रायपुर। राजनीतिक व सामाजिक कार्यक्रम के बीच कभी-कभी ऐसे अवसर भी आ जाते हैं कि वाकया दिलचस्प बन पड़ता है। ऐसा ही कुछ नजारा था रविवार को महासमुंद में आयोजित साहू समाज के कार्यक्रम का जहां विवाह योग्य युवक-युवतियों का परिचय सम्मेलन भी शामिल था। मुख्य अतिथि के आसंदी से संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वंय अविवाहित विधायक शकुंतला साहू का नाम शाब्दिक रूप से लिया तो उपस्थित बिरादरी के लोग इशारा समझ गए और आखिर कसडोल विधायक शंकुतला साहू को मंच पर आगे आना पड़ा और उन्होने हंसते हुए कहा कि आपके आर्शिवाद से विधायक बनी हूं तो विवाह भी आपके आर्शिवाद से ही करूंगी। समूचा स्थल तालियों से गूंज उठा और मुख्यमंत्री,गृहमंत्री समेत समाज के पदाधिकारी भी अपनी हंसी नहीं रोक पाये।

मंच पर अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि एक लड़की का परिचय मैं भी देना चाहता हूं.. वो 32 साल की है, रंग गोरा, पहले जिला पंचायत स्तर की नेता थी अब विधायक बन चुकी है। यह बातें सुनते ही हॉल में तालियां और ठहाके गूंज उठे । सभी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का इशारा समझ चुके थे मंच पर कसडोल से विधायक शकुंतला साहू भी मौजूद थीं। असल में वो इनकी शादी की बात कर रहे थे। लोगों ने सीएम ने विधायक का गोत्र भी पूछ लिया यह सुनकर सीएम अपनी हंसी रोक नहीं पाए फिर विधायक को मंच पर बुलाया। माइक पर शकुंतला साहू ने कहा कि वो भूपेश बघेल के आर्शीवाद से विधायक हैं और आशीर्वाद से ही शादी करेंगी।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समाज के युवक – युवती परिचय सम्मेलन के कार्यक्रम के आयोजन की तारीफ करते हुए कहा कि साहू समाज एक प्रगतिशील समाज है जो लगातार समाज में सुधार के लिए अपने नए प्रयासों की वजह से जाना जाता है । पुराने समय में मड़ई मेले होते थे। इसमें युवक-युवती एक दूसरे को जानते थे, समझते थे और परिवारों के बीच रिश्ते तय होते थे। अब इसका स्वरूप बदला है। अब युवक युवती परिचय सम्मेलन होते हैं। यह अच्छा प्रयास है इससे खर्च बचता है और समाज में जुड़ाव भी होता है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस कार्यक्रम के दौरान घोषणा की। उन्होंने कहा कि महासमुंद समेत पांच जिलों में 20 लाख रुपए के मदद से समाज के लिए सामाजिक को भवनों का निर्माण किया जाएगा। महासमुंद जिले के बार नवापारा, सिरपुर बौद्ध कालीन स्मारकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांवों में आज भी साहू समाज के लोग तेलघानी का इस्तेमाल करते हैं। इससे तेल निकाला जाता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तेलघानी बोर्ड बनाने की घोषणा की जो ग्रामीण अंचलों में चली आ रही इस परंपरा को सहेजने और तेल निकालने की प्रोसेसिंग यूनिट मशीनें और रोजगार देने के संबंध में काम करेगा।

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