
आरटीओ विभाग के कर्मचारियों की अमानवीय चेहरा आया सामने, दुर्घटना होने पर भागने के थे फिराक में, लोगों के कहने पर पहुंचाया अस्पताल
बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
फागुलाल रात्रे, लवन।
आरटीओ विभाग के कर्मचारियों की अमानवीय चेहरा सामने आया है, जहां चेकिंग के दौरान ट्रक और टाटा गाड़ी में हुई टक्कर के बाद गंभीर रूप से घायल हुए टाटा गाड़ी के चालक को तड़पते देख आरटीओ विभाग के कर्मचारी मदद करने के बजाए भागने लगे थे। राहगीरों व ट्रक चालक के बोलने पर आरटीओ विभाग के कर्मचारियों ने गंभीर रूप से घायल ट्रक चालक को इलाज के लिए लवन अस्पताल ले जाया गया।
प्रदत्त जानकारी के अनुसार मुंडा में आरटीओ विभाग द्वारा किराए का मकान लेकर पिछले साल भर से वाहनों की चेकिंग किया जा रहा है। बुधवार को तड़के सुबह से ही आरटीओ विभाग के कर्मचारियों के द्वारा वाहनों की चेकिंग किया जा रहा था इसी दरमियान सुबह 6 और 7 बजे के बीच लवन की ओर से आ रहे ट्रक क्रमांक सी जी 06 एम 0741 को रोक रहा था। आरटीओ विभाग द्वारा रोके जाने से ट्रक चालक कमलेश यादव साइड ही कर रहा था कि पीछे से आ रहे 16 चक्का वाला सोल्ड टाटा गाड़ी का चालक ने ट्रक को ठोकर मार दिया। टक्कर इतना जबरदस्त था कि टाटा गाड़ी का सामने का हिस्सा पूरी तरह से चिपक जाने के कारण चालक के सिर फट जाने से खून से लथपथ हो गया था साथ ही हाथ भी जख्मी हो गया था। खून से लथपथ देख आरटीओ विभाग कर्मचारी हड़बड़ा गए और बुरी तरह से जख्मी टाटा चालक को अस्पताल ले जाने के बजाय सभी कर्मचारी भागने लगे थे। इसी दरमियान ट्रक चालक कमलेश यादव और मुंडा के युवक चंद्रशेखर वर्मा के कहने पर खून से लथपथ टाटा गाड़ी के चालक को आरटीओ विभाग के कर्मचारियों के द्वारा अपने वाहन में बिठाकर लवन अस्पताल ले जाया गया
आपको बता दे कि करीब तीन माह पहले भी रोड पर चल रहे हैवी वाहन को आरटीओ विभाग द्वारा अचानक से रोके जाने पर एक गंभीर हादस हो गया था। इस हादसे में एक 22 वर्षीय युवक पूरी तरह से जख्मी हो गया था। जिसके बाद आरटीओ विभाग के जिम्मेदार अफसर वाहन चेकिंग को छोड़कर भाग निकले थे। घायल मोटर सायकल चालक को उसकी स्थिति पर छोड़कर आरटीओ के कर्मचारी भाग गए थे। जिसके बाद एक माह से आरटीओ द्वारा चेकिंग नहीं किया जा रहा था। उक्त घटना के बाद से आरटीओ नदारद हो गए थे। जिसके बाद युवक के साथ बैठे दुसरे युवक ने अन्य राहगीरों की मदद लेकर बलौदाबाजार जिला चिकित्सालय पहुंचकर अपना ईलाज कराने के बाद परिजनों के आने पर रायपुर में इलाज कराया गया।
सुत्रो से जानकारी मिली है कि आरटीओ विभाग के जिम्मेदार कर्मचारी वाहन चेकिंग के नाम पर वाहन को रोककर उससे मोटी रकम वसूल करते है। रूपये नहीं देने पर डराते धमकाते और बड़ी कार्यवाही करने की धमकी भी देते है। आरटीओ की धमकी को सुनकर वाहन चालक डर व हमेशा आना-जाना रहेगा कहकर मोटी रकम देकर निकल जाते है। वही, आरटीओ विभाग के जिम्मेदार वाहन चेकिंग को अपना व्यवसाय बना लिए है। कर्मचारियों को विभाग ने इतनी अधिक छुट दे रखी है कि विभाग के द्वारा तड़के सुबह से ही अपने किराया के मकान में रहे जगह पर चेकिंग अभियान चलाया जाता हैं । इसी दौरान बुधवार की सुबह एक गंभीर हादसा हो गया। इस हादसे में टाटा वाहन का चालक को सिर हाथ पैर में गंभीर चोंट लगा है। चालक को चोंट लगते ही आरटीओ विभाग के जिम्मेदार कर्मचारी अपने किराये की जगह को छोड़कर भाग रहे थे। कर्मचारियों का अमानवीय चेहरा साफ तौर पर देखने को मिला। ग्रामीणों के बोलने पर घायल चालक को लवन अस्पताल पहुंचाया गया। वही, उक्त वाहन के ठोकर लगने से वाहन के परखच्चे उड़ गये। टाटा वाहन पूरी तरह से क्षत विक्षत हो गया। गनीमत रही कि चालक का जान बच गया। और इसकी सबसे वड़ी वजह है आरटीओ के जिम्मेदार कर्मचारियों की। इन कर्मचारियों को न तो दिन दिखता है और न ही रात जितना समय मिला वाहन चेकिंग करने लग जाते है।
इस संबंध में आरटीओ विभाग के इंचार्ज अधिकारी राजेश पैकरा के मोबाइल नंबर 6267519224 पर जानकारी लेने का प्रयास किया गया किंतु उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया।