
रायगढ़ / किरोड़ीमलनगर। रविवार को किरोड़ीमलनगर में विराट हिन्दू सम्मेलन का भव्य आयोजन हुआ। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ी कथा वाचिका साध्वी प्रज्ञा भारती दीदी जी के कर कमलों से भगवान गणेष, भारत माता के छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलन कर सम्मेलन का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र पटेल एवं संयोजक प्रख्यात समाजसेवी श्री विजय कुमार अग्रवाल तथा किरोड़ीमलनगर व अंचल के गणमान्य सनातन प्रेमी उपस्थित रहे।
प्रातः लगभग 08ः30 बजे भव्य कलष यात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों माताएँ, बहनें शामिल हुईं। इसके पष्चात पंचकुण्डीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। सम्मेलन की मुख्य अतिथि एवं प्रवक्ता साध्वी प्रज्ञा भारती दीदी जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत की एकता, अखण्डता के लिए हिन्दुओं का संगठित होना आवष्यक है। उन्होंने अखण्ड भारत की महानता, सनातन संस्कृति की गहन परंपराओं, सामाजिक एकता और राष्ट्र निर्माण के मूल्यों को सषक्त रुप में प्रस्तुत किया। यह हिन्दू विराट सम्मेलन हिन्दू समाज को एकजुट रहकर समरस, नैतिक और अनुषासित जीवन जीने की प्रेरणा देता है। उन्होंने आह्वान किया कि हम अपनी संस्कृति, संस्कारों को केवल ग्रंथो तक सीमित न रखें बल्कि आचरण में उतारें। समाज में समरसता और राष्ट्र के प्रति कर्तव्य ही सनातन की सच्ची साधना है। उन्होंने ‘‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता’’ की भावना पर नारी सषक्तिकरण पर भी जोर दिया।
इस विराट हिन्दू सम्मेलन में किरोड़ीमलनगर सहित अंचल के लगभग 5-6 हजार सनातन प्रेमी इस विराट हिन्दू सम्मेलन के साक्षी बने। इस अवसर पर बच्चों द्वारा भारत की एकता व अखण्डता , छत्तीसगढ़ की संस्कृति, सभ्यता पर आधारित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। उक्त अवसर पर किरोड़ीमलनगर अंचल में चिकित्सा, षिक्षा, स्वच्छता, संगीत, सनातन संस्कृति, धर्म जागरण, समाज सेवा, क्रीड़ा, महिला उत्थान आदि विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने वाले नागरिकों को शाॅल, स्मृति चिन्ह सह प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित श्रोताओं, नागरिकों के लिए विषाल भण्डारा का आयोजन किया गया।
भारत माता की आरती व राष्ट्रीय गीत ‘‘वन्दे मातरम’’ की प्रस्तुति के साथ इस भव्य विराट हिन्दू सम्मेलन का हर्षोल्लास के साथ समापन हुआ




