केवल एक रूट को मंजूरी….हवाई रूट तय करने में छत्तीसगढ़ की उपेक्षा

रायपुर. केंद्र सरकार ने उड़ान 4.1 के तहत देश के 196 मार्गों पर हवाई सुविधा देने के लिए टेंडर आमंत्रित किए हैं, लेकिन इनमें छत्तीसगढ़ के लिए केवल रायपुर अंबिकापुर मार्ग को राज्य सरकार के कहने पर मंजूरी दी गई है। यह बात बिलासपुर में हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति ने कही है। इस मामले को लेकर समिति का कहना है कि नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी के आश्वासन के विपरीत इस टेंडर में बिलासपुर और छत्तीसगढ़ की घोर उपेक्षा की गई है। समिति का कहना है कि स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिलासपुर से कोलकाता, हैदराबाद और मुंबई की उड़ानों की मांग कर चुके हैं, लेकिन इस टेंडर टेंडर में बिलासपुर अंबिकापुर के अलावा कोई अन्य रूट बिलासपुर को नहीं दिया गया है। इस योजना में राज्यों द्वारा मांगे गए रूट की भी सूची दी गई है। इसमें उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा मांग करने पर 28 रूट मंजूर किए गए हैं। छत्तीसगढ़ को केवल एक रूट दिया गया है।

टेंडर के तहत जारी 196 हवाई मार्गों का ब्योरा देते हुए समिति ने बताया कि इससे रायपुर उटकेला मार्ग भी दिया गया है, जिसकी मांग किसी ने नहीं की थी। उटकेला ओडिशा के कालाहांडी जिले की हवाई पट्टी है। हवाई मार्गों के निर्धारण में उचित सावधानी नहीं बरती गई है। इस बात से जाहिर है कि मध्य प्रदेश के दतिया जहां केवल 920 मीटर लंबा रनवे है वहां से दिल्ली, मुंबई और खजुराहो की उड़ानें प्रस्तावित की गई हैं। समिति ने रखी ये मांग समिति ने केंद्र सरकार व केंद्रीय मंत्री से मांग की है कि उड़ान 4.1 टेंडर में बिलासपुर से कोलकाता,हैदराबाद और मुंबई के रूट शामिल किए जाएं। वहीं बिसापुर अंबिकापुर रूट को आगे वाराणसी या पटना तक बढ़ाया जा सकता है। समिति का कहना है कि इस मुद्दे पर छत्तीसगढ़ सरकार से संपर्क का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button