‘छत्तीसगढ़ में आदत हो गई, कहीं भी जाकर उठा लो’, एंकर की गिरफ्तारी पर डॉ. रमन बोले- पुलिस का तरीका ही गलत
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के वायनाड पर दिए बयान को उदयपुर से जोड़कर न्यूज चैनल में दिखाने को लेकर छत्तीसगढ़ की सियासत गर्म है। रायपुर की पुलिस न्यूज एंकर को गिरफ्तार करने नोएडा भी गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। सीएम भूपेश बघेल देश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर कार्रवाई की बातें कह रहे हैं। वहीं छत्तीसगढ़ पुलिस की इस कार्रवाई पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन ने कहा ने सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में आदत हो गई है। कहीं भी जाकर किसी को उठा लो। न पूछताछ, न जानकारी और न बातचीत। यह तरीका ही गलत है।
रायपुर में डॉ. रमन ने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस सादे वेश में उत्तर प्रदेश चली गई। अरे भैय्या, पुलिस की एक प्रक्रिया होती है। वहां के थाने में सूचना दी जाती है। वहां के फोर्स को लिया जाता है। बयान लिए जाते हैं और आप किसी सीनियर जर्नलिस्ट को उठाकर लाने ऐसे ही चले जाते हो। सिर्फ एक एफआईआर हो गया तो उठाने चले गए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में जो हालात है वही पूरे देश में समझते हो क्या? डॉ. रमन ने कहा कि आपके एक्शन की सीमा कहां तक है। पहले वहां की पुलिस को वारंट दिखाया जाए। वहां की लोकल पुलिस को एफआईआर के आधार पर पूछताछ के लिए बैठाया जाता। लोकल पुलिस को विश्वास में लेने की परंपरा पुलिस के अंदर है, लेकिन किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। छत्तीसगढ़ पुलिस का यह तरीका ही गलत है।
सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वाली बातें फैलाई जा रही
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के दौरे पर सीएम भूपेश बघेल ने उदयपुर की घटना और नूपुर शर्मा के बयान पर कहा कि देश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। अराजकता फैलाई जा रही है। देश आजाद हुआ और संविधान ने सबको दायित्व दिए हैं। ये आदर्श स्थिति है। इसे बनाकर रखना चाहिए। देश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वाली बातें फैलाई जा रही हैं, उस पर सरकार की नजर है। हम ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे। भूपेश ने कहा कि यह देश सभी का है और यहां सभी धर्मों के लोग रहते हैं। देश की मजबूती एकता में है। हमारे ऋषियों ने हमें एकता का मंत्र दिया है। देश सबसे बड़ा है और हमारी एकता ही हमारी शक्ति है।
किस बात को लेकर भाजपा-कांग्रेस में तकरार, जानिये
दरअसल, मामले में आरोप यह है कि जिस वीडियो में राहुल गांधी ने उनके वायनाड कार्यालय में तोड़फोड़ करने वालों को बच्चा बताया था और कहा था कि उनके मन में उनके लिए कोई दुर्भावना नहीं है। उसे टीवी चैनल ने एक जुलाई को ‘शरारतपूर्ण ढंग से’ इस्तेमाल किया और ऐसा दिखाया कि राहुल गांधी ने राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल के हत्यारों को माफ करने की बात कर रहे हैं। इस घटना के बाद रोहित रंजन ने अपने टीवी कार्यक्रम में गांधी के बयान को ‘गलत संदर्भ में’ भूलवश उदयपुर की घटना से जोड़कर दिखाने के लिए 2 जुलाई को माफी भी मांगी थी। इस मामले में रायपुर के पुलिस लाइन थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। रायपुर पुलिस रोहित रंजन को गिरफ्तार करने नोएडा गई, जहां यूपी व छत्तीसगढ़ पुलिस के बीच विवाद हुआ है।