पत्थलगांव । छत्तीसगढ़ सरकार भूपेश बघेल द्वारा लगातार युवाओं एवम स्कूली बच्चों की कलाओं को प्रोत्साहन देने के और युवाओं की प्रतिभा निखारने के उद्देश्य से प्रदेश भर में युवा महोत्सव कार्यक्रम मनाया जा रहा है। यह महोत्सव विकासखंड स्तर,जिला स्तर,संभाग एवम राज्य स्तरीय पर आयोजित किया जाएगा। जिसमे 60 विधाऐं फुगड़ी,रातनाचा,पंथी, बस्तरिया लोकनृत्य, भरतनाट्यम, कुचीपुड़ी, वीणा–बांसुरी–सिदार वादन,कत्थक, एकांकी नाटक, कर्मा नृत्य,वक्तृत्व कला,लोकनृत्य, शास्त्रीय नृत्य, गौरा नृत्य, उड़ीसा शास्त्रीय नृत्य, तबला–हारमोनियम वादन समेत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इसी क्रम में आज बुधवार को विकासखंड स्तरीय युवा महोत्सव 2022–23 कार्यक्रम का पत्थलगांव के स्वामी आत्मानंद स्कूल प्रांगण में विधिवत् रूप से भव्य शुभारंभ किया गया। जहां कार्यक्रम की शुरुआत छत्तीसगढ़ महतारी के तैल्य चित्र पर पुष्प अर्पित किया गया। जिसके बाद राज्य गीत विद्यालय की छात्रा द्वारा मधुर आवाज में प्रस्तुत किया।
इस कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के तौर पर गौ सेवा आयोग के सदस्य शेखर त्रिपाठी, जिला पंचायत सदस्य आरती सिंह,डीडीसी बुधियारीन सोनी, राज्जे अग्रवाल, जनार्दन पंकज, समेत अन्य अतिथियों का स्वागत किया गया। जिसके बाद इस युवा महोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस दौरान छत्तीसगढ़ लोकगीत मांदर की थाप पर विद्यालय की छात्राओं ने सुंदर कर्मा नृत्य प्रस्तुत किया। वहीं दूसरा कार्यक्रम छोटे स्कूली बच्चों द्वारा आकर्षक वेशभूष में मॉडल का रोल कर फैशन शो के रूप में प्रस्तुत किया। जिसके बाद छात्र–छात्राओं द्वारा आकर्षक नृत्य करते हुए जुंबा प्रस्तुत किया गया। चौथे कार्यक्रम में सुवा नृत्य शुरू किया गया। वहीं विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इसी क्रम में उड़ीसा राज्य की भाषा पर छात्रा ने उपस्थित लोगों का मनमोहक तरीके से वार्ता की। जिसका लोगों ने अपने कर तल ध्वनि से स्वागत किया। वही छात्राओं ने सादरी,सुवा, गाने में नृत्य प्रस्तुत किया। जिसके बाद प्राथमिक शाला के दो बच्चे रंजीता कुजूर,ऐश्वर्या लकड़ा ने 12 मिनट तक प्राचीन खेल फुगड़ी प्रस्तुत किया। जिसकी सभी ने भरपूर प्रसंसा की इन बच्चों का जिले में एक रिकॉर्ड बन चुका है। जिसके पश्चात संगीत गायन के साथ तबला एवम हरमोनियम वादन की प्रस्तुति दी गई। इसी क्रम में कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए स्कूली छात्राओं ने पंथी नृत्य प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया। इस दौरान हजारों की संख्या में विद्यालय के छात्र छात्रा समेत शहर के नागरिकगण एवम आसपास गांव से इस भव्य कार्यक्रम को देखने पहुंचे। इस मौके पर अतिथियों सहित पत्रकारों का विद्यालय के शिक्षकों ने फूल मालाओं से स्वागत किया ।
व्यायाम शिक्षक अनिल श्रीवास्तव की कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका रही।
वहीं मंच का संचालन मुकेश यादव द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम के मौके पर गौ सेवा आयोग सदस्य शेखर त्रिपाठी, जिला पंचायत सदस्य आरती सिंह,स्वामी आत्मानंद के प्राचार्य संतोष कुमार चंद्रा, प्रसिद्ध लोकगायक चंद्रमणि यादव, विवेकानंद मिर्रे,अंकित शर्मा, रोशु फोटवानी, रोहित यादव, सुदान लकड़ा समेत अनेक नागरिक एवं स्कूल के शिक्षक शिक्षिकाओं और विद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित रहे। वही प्रथम पुरस्कार के रूप में आस्था चतुर्वेदी एवम टीम को दिया गया। दूसरा पुरस्कार समीक्षा शर्मा एवं टीम को दिया गया। एवम अन्य कलाओं का प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों का भी स्मृति चिन्ह से सम्मान किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अथिति गौ सेवा आयोग के सदस्य शेखर त्रिपाठी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के सरकार द्वारा प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। साथ ही प्राचीन कलाओं को आगे बढ़ाने कार्य किया गया है। छत्तीसगढ़ के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सोच है कि हमारी छत्तीसगढ़ की पुरानी परंपरा को संजो कर रखना है। लोगों की प्रतिभाओं को हम सामने लाएं। इस परंपरा को भूलते जा रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों को भी अनेक प्रकार की योजनाओं से लाभ मिल रहा है और सम्मान मिल रहा है।
महिलाओं के बारे में स्व सहायता समूह के माध्यम से मुख्यमंत्री द्वारा गांव गांव की महिलाओं को रोजगार देने का काम किया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में छोटे-छोटे गांव में जगह जगह स्कूल खोले जा रहे है। वही शिक्षा के क्षेत्र की बताए तो छात्राओं को स्कूल आने जाने में परेशानी ना होने को लेकर सरस्वती साइकिल योजना चलाई जा रही है। जिसमें छात्राओं को साइकिल वितरण किया जा रहा है। किसान,मजदूर, युवा,महिला कोई भी हो सभी में एक कला होती है । जिसमें दूसरे प्रदेशों के भी कलाओं,नृत्यों को प्रदर्शित किया जा रहा है जो की अत्यंत ही सराहनीय है। प्राचीन कला को आज छोटे छोटे स्कूली बच्चों ने दिखाया। निश्चित ही आने वाले समय में आज के युवा बड़े ही कलाकार बनेंगे।
जिला पंचायत सदस्य आरती सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने पारंपरिक नृत्य,नाटक, एवम खेल जो विलुप्त हो रहे थे उन्हें उभारने का जो निर्णय लिया गया है । वह अत्यंत की प्रसंशनीय है। विभिन्न कार्यक्रमों के तहत चाहे वह ग्राम पंचायत हो या ब्लॉक,जिला स्तरीय में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। विभिन्न कलाकारों को प्रतीभा उभरकर सामने आ रही है। देखा जा रहा है कि बच्चों में एक भी आज भरपुर कला विद्दमान है।
वहीं डीडीसी बुधियारिन सोनी ने कहा की आज इस युवा महोत्सव के कार्यक्रमो में बच्चे बढ़-चढ़कर भाग ले रहे है और अपनी अपनी कला प्रदर्शित कर रहे है। कार्यक्रमों की प्रस्तुति अत्यंत ही मनमोहक रही।
जिसके पश्चात पत्रकारों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित कर कार्यक्रम का समापन किया गया।