पत्रकारों ने एसपी रायगढ़ से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच की मांग की
दो आरोपी पकड़ाये हैं, सभी पहलुओं पर जांच जारी है: एसपी दिव्यांग पटेल
रायगढ़। सोमवार रात छत्तीसगढ़ नाव के डायरेक्टर व पे्रेस क्लब रायगढ़ के सदस्य सत्यजीत घोष पर जानलेवा हमला हुआ। गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाजरत सत्यजीत घोष के सिर पर गंभीर चोटें आई है। रायगढ़ प्रेस क्लब ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। इसी संदर्भ में मंगलवार शाम पत्रकारों का एक दल पुलिस अधीक्षक रायगढ़ दिव्यांग पटेल से मिलने पहुंचा और उनसे इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की और पत्रकार सुरक्षा के लिये कठोर कदम उठाये जाने की भी मांग की।
एसपी श्री पटेल ने बताया कि पत्रकार सत्यजीत घोष पर हमला होने के बाद हमने पूरी ऊर्जा झोंक रखी थी। नतीजतन घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने फरार दो संदेहियों को धर दबोचा है। जिनसे कड़ी पूछताछ करने पर पता चला कि वे ही आरोपी हैं और आरोपियों के दावे पर यकीन करे तो पुरानी रंजिश के चलते उन्होंने सत्यजीत घोष पर कातिलाना हमला किया। एसपी ने यह भी कहा कि रायगढ़ जैसे शांत शहर में ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिये इसके लिये पुलिस इस मामले से जुड़े हर उन पहलुओं की भी पूरी निष्पक्षता से जांच करेगी जो उनके संज्ञान में पत्रकारों द्वारा लाया गया है।
बहरहाल शहर के मुख्य चौराहे में एक पत्रकार पर जानलेवा हमला होने के बाद जिले के सभी पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त है। समाज का प्रतिबिंब और लोकतंत्र के चौथे आधार स्तंभ पर इस प्रकार के हमले से रायगढ़वासी भी सकते में हंै। सभी पत्रकारों ने अपनी सुरक्षा को लेकर एसपी रायगढ़ से बातचीत की है कि ऐसी व्यवस्था बनाई जाये जिससे अनायास ही किसी पत्रकार पर मिथ्या लांछन लगाकर सोशल मीडिया पर उसका मानमर्दन न किया जाये और खबर की बौखलाहट के बाद पुलिस की धमकी न दी जाये और पुलिस, पत्रकार के खिलाफ किसी भी कार्रवाई से पहले एक बार उस पत्रकार से पूरे मामले की तस्दीक कर ले साथ ही प्रेस क्लब रायगढ़ जैसी संस्था का भी सहयोग ले। पत्रकारों का कहना है कि पुलिस और पत्रकार के परस्पर सहयोग से ही एक अच्छा वातावरण निर्मित होता है। अगर इसमें किसी भी एक अंग को चोट लगती है तो आहत दोनों पक्ष होता है। फिलहाल बात पत्रकार सत्यजीत घोष की है जिस पर कातिलाना हमला होने के बाद प्रेस बिरादरी में डर का माहौल बना हुआ है।