पदस्थापना सूची तीन माह से अधिक समयावधि उपरांत भी जारी नहीं होने से जिले भर के शिक्षक नाराज

पखांजूर से बिप्लब कुण्डू-26.5.22

प्रधानाध्यापक प्राथमिक शाला पदोन्नति की संशोधित पदस्थापना सूची तीन माह से अधिक समयावधि उपरांत भी जारी नहीं होने से जिले भर के शिक्षक नाराज

सूची जारी नहीं करना मुख्यमंत्री तथा केबिनेट की अवमानना – छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन

कलेक्टर कांकेर को ज्ञापन सौंपकर की गई मांग

पांच दिनों में सूची जारी नहीं होने पर मुख्यमंत्री से मिलकर करेंगे न्याय की मांग

पखांजूर–
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जहां एक ओर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लिए गए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचाने इस तपती दुपहरी में दिन रात एक कर जन चौपाल लगाकर कर लोगों की समस्या सुनकर उसका तत्काल निराकरण कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कांकेर जिले में प्रधान अध्यापक प्राथमिक शाला की संशोधित पदस्थापना सूची की फाइल जिला कार्यालय में धूल खा रही है। उल्लेखनीय हो कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के द्वारा प्रस्तुत तर्क व तथ्यों पर सहृदयता दिखाते हुए लंबे समय से पदोन्नति का इंतजार कर रहे एल.बी. संवर्ग के शिक्षकों को राहत देकर केबिनेट में वन टाइम रिलेक्सेशन का निर्णय लेते हुए 5 वर्ष के स्थान पर 3 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण कर चुके शिक्षकों को पदोन्नत करने संबंधी आदेश स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ रायपुर द्वारा प्रसारित किए गए।इस आदेश को अमलीजामा पहनाने विभाग ने समय सारिणी जारी कर समय सीमा में पदोन्नति आदेश जारी करने के निर्देश जारी किए।इसी आदेश के परिपालन में कांकेर जिले में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा 8फरवरी को एल.बी.संवर्ग के 1022 सहायक शिक्षकों को प्रधान अध्यापक प्राथमिक शाला के पद पर पदोन्नति आदेश जारी किए।किंतु सूची में आंशिक त्रुटि के कारण जिला शिक्षा अधिकारी कांकेर द्वारा 11फरवरी को आदेश जारी कर आगामी निर्देश तक भारमुक्त करने एवं कार्यभार ग्रहण करने पर रोक संबंधी आदेश प्रसारित कर दिए।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन कांकेर के जिलाध्यक्ष स्वदेश शुक्ला,जिला सचिव संतोष जायसवाल,प्रदेश संयोजक वाजिद खान,प्रदेश महासचिव हेमेंद्र साहसी,जिला संयोजक डॉ.कृष्णमूर्ति शर्मा ने कहा कि 3 माह से अधिक समयावधि बीत जाने के बावजूद अब तक संशोधित पदस्थापना सूची जारी नहीं किया जाना मुख्यमंत्री एवं केबिनेट के निर्णय की अवमानना है। पदोन्नति आदेश जारी होने के बावजूद कांकेर जिले में प्रधान अध्यापक प्राथमिक शाला के पद पर पदोन्नत शिक्षकों को वास्तविक लाभ नहीं मिल पा रहा है। समय समय पर एसोसिएशन के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारी कांकेर एवं प्रशासन को ज्ञापन व प्रत्यक्ष मुलाकात कर अवगत कराने के उपरांत भी अब तक संशोधित पदस्थापना सूची जारी नहीं होने से जिले भर के एल.बी. संवर्ग के शिक्षकों में प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश व्याप्त है।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन कांकेर के मीडिया प्रभारी कृष्णेंदु आइच,जिले के विकासखंड अध्यक्ष भोला प्रसाद ठाकुर,गोरखनाथ ध्रुव,धर्मराज कोरेटी सत्यनारायण नायक,मनीष तिवारी,खम्मन नेताम,अनूप पुरबिया ने कहा कि शासन द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार बस्तर संभाग में सहायक शिक्षक से शिक्षक एवं शिक्षक से प्रधान पाठक माध्यमिक शाला के पद पर पदोन्नति उपरांत पदस्थ संस्था में कार्यभार ग्रहण करने वाले पदोन्नत शिक्षकों को पदोन्नत पद अनुरूप वेतन भी प्रदाय किया जा रहा है जबकि कांकेर जिले के प्रधानपाठक प्राथमिक शाला को अपने पूर्व पद का वेतन ही भुगतान किया जा रहा है जो कि कांकेर जिले के सैकड़ों शिक्षकों के साथ अन्याय है। एसोसिएशन के जिला विधिक सलाहकार वैभव मेश्राम ने कहा कि वर्तमान में हाईकोर्ट में पदोन्नति के विषय में चल रहे मामले कांकेर जिले से संबंधित नहीं है। उच्च न्यायालय द्वारा स्थगन दिए जाने के पूर्व ही कांकेर जिले में पदोन्नति आदेश जारी हो चुके हैं अतः संशोधित पदस्थापना सूची जारी करने में किसी प्रकार की तकनीकी समस्या नहीं है। बस्तर संभाग में समय समय पर संशोधित पदस्थापना सूची जारी हुई है तो कांकेर जिले में भी ऐसा किया जा सकता है। एसोसिएशन के जिला पदाधिकारी प्रदीप कुलदीप,राममनोरथ राय,निरंकार श्रीवास्तव,प्रकाश चौधरी,डूमेंद्र साहू, राजेंद्र खुड़श्याम,हेमंत श्रीवास्तव,दशरथ उयके,पंकज बाजपेई,ललित नरेटी, नितेश उपाध्याय ने कहा कि 5 दिवस में संशोधित पदस्थापना सूची जारी नहीं किए जाने पर जिले के शिक्षक माननीय मुख्यमंत्री के समक्ष उपस्थित होकर न्याय की मांग करेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button