भारत के पास कितना विदेशी मुद्रा भंडार, जानिए दुनिया में है कौन सा स्थान

नई दिल्लीः देश के आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 में जानकारी दी गई कि भारत के पास नवंबर 2021 के अंत तक, चीन, जापान और स्विटजरलैंड के बाद दुनिया का चौथा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार था. वैश्विक महामारी कोरोना के बावजूद पिछले दो वर्षो में भारत का भुगतान संतुलन सरप्लस में रहा.

13 महीनों से अधिक समय तक किया जा सकता है आयात

आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है  सरप्लस में रहने के कारण भारतीय रिजर्व बैंक को विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने में मदद मिली. देश का विदेश मुद्रा भंडार 31 दिसंबर 2021 को 634 बिलियन डॉलर (करीब 47 हजार 300 अरब रुपए) था. इससे 13 महीने से अधिक समय तक के लिए विदेशों से आयात किया जा सकता है. वहीं, यह देश के विदेशी कर्ज से ज्यादा है. भंडार में बड़ी वृद्धि होने के पीछे कई कारक हैं. इनमें कुल विदेशी ऋण, अल्पकालिक ऋण आदि शामिल हैं.

2021-22 की पहली तिमाही में 600 बिलियन डॉलर था भंडार

वहीं, देश का विदेशी मुद्रा भंडार वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में 600 बिलियन डॉलर (करीब 44,810 अरब रुपए) था. वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान भारत का मुख्य बाहरी क्षेत्र स्थिरता संकेतक मजबूत और बहुत बेहतर है. जैसे कि आयात कवर और विदेशी मुद्रा भंडार अब दोगुने से अधिक है. उच्च विदेशी मुद्रा भंडार, निरंतर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और बढ़ती निर्यात से होने वाली आय 2022-23 में विदेशी नकदी की कमी को पूरा करेगा.

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