यहां भाजपा और कांग्रेस में अंतर करना मुश्किल है

सक्ती। विधानसभा क्षेत्र सक्ती के भाजपाइयों एव कॉग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को चिन्हित करना मुश्किल है कुछ खास पार्टी पदाधिकारियों को छोड़कर बाकी लोग जरूरत के हिसाब से अपनी उपस्थिति देते हैं तथा जरूरत पड़ने पर संबधो का हवाला दे दिया जाता है कई ऐसे कॉग्रेस नेता है जिनके भाजपा नेताओं से गहरी मित्रता है कई भाजपा के नेता हैं जो डॉ चरण दास महन्त से लगातार सहयोग ले रहे तथा परिवारिक संबंध का हवाला देकर कॉग्रेस शासन का लाभ ले रहे है ग्रामीण क्षेत्रों में हर पार्टी के कार्यकर्ताओं को एक साथ देखा जा सकता है तथा लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव या अन्य किसी भी चुनाव में राजनीतिक विवाद नहीं होते आपस मे सामंजस्य बनाकर चलतेहै।खासकर जनपद पंचायत सकती क्षेत्र के ग्रामों में कभी राजनीतिक विवाद नहीं हुआ और यहां अधिकांश कांग्रेश के ही लोग रहते हैं किसी भी चुनाव में कांग्रेश की हमेशा बढ़ती है उनको यह फर्क नहीं पड़ता कौन प्रत्याशी है बहुजन समाज पार्टी के लोग तो कॉग्रेस जनों के साथ ही रहते हैं
दो दिन पूर्व कुमार गबेल के सूची में भाजपा मेंषामिल हुये नवरतन वैश्णव, छयाराम टंडन, पंच गणेष राम यादव ने भाजपा में प्रवेष इंकार करते हुये जय सिंह अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य में आयोजन जन जागरण सभा में षामिल हुये एवं मुख्य अतिथि को माला पहनाकर स्वागत भी किया शहर कांग्रेस अध्यक्ष त्रिलोक चंद जायसवाल पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्याम सुंदर अग्रवाल विधायक प्रतिनिधि आनंद अग्रवाल अमित राठौर वरिश्ठ कांग्रेस नेता गिरधर जायसवाल का कहना है कि यहां न कोई कांग्रेसी भाजपा में षामिल हुआ है जो भाजपा में थे वही भाजपा में षामिल हुये है कृश्ण कुमार गबेल की निश्ठा कभी कांग्रेस के प्रति नही रही है वह हमेषा से कांग्रेस में रहकर और भाजपा का ऐजेंट बनकर पार्टी को नुकसान पहुंचाया है । हमेषा अवैधानिक व्यवसायिक स्वार्थ के लिये कांग्रेस पार्टी में जुडा रहा स्वार्थ पूर्ति नही होने पर घर वापिस किया है । उसके सूची में जो भी नाम है वे चिन्हित भाजपा के ही कार्यकर्ता है ।

श्री जायसवाल ने आगे कहा कि यहां कुछ लोग 4 साल 11 महिना कांग्रेसी बनकर अपना अवैधानिक स्वार्थ पूर्ति करने का प्रयास करते है और चुनाव के निकट आते ही विरोधी पार्टी से मिलकर कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचाने का कोषिष करते है कुछ एैसे भी लोक है जो वरिश्ठ नेता स्वर्गीय विद्या भैया तो कभी स्वर्गीय जोगी जी, तो कभी डाॅ. चरणदास महंत तो कभी मुख्यमंत्री भूपेष बघेल के निकटता होने का ठोग करते है और चुनाव के समय किसी न किसी बहाने से कांग्रेस के विरोध हो जाते है और कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने या विपक्षी पार्टी से लाभ पाने के लिये प्रायोजित चुनाव लड लेते है या अंदरूनी नुकसान पहुंचाते है । श्री जायसवाल ने कहा कि एैसे लोगों की जानकारी पार्टी हाईकमान को दी जायेगी ।

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