रायगढ़ में पर्यावरण संरक्षण और जल संवर्धन के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान

एक हरा-भरा और समृद्ध भविष्य की ओर मजबूत कदम


रायगढ़, 1 जुलाई 2025 | संवाददाता: अशोक सारथी (आपकी आवाज़ न्यूज, धौंराभांठा) — वर्ष 2025-26 में रायगढ़ जिला प्रशासन ने पर्यावरण संरक्षण और जल संवर्धन के लिए एक अभूतपूर्व और व्यापक अभियान की शुरुआत की है। जिले के ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्रों तक में सामुदायिक भागीदारी के ज़रिए हरियाली बढ़ाने और जल स्रोतों की रक्षा के उद्देश्य से कई पहलें की जा रही हैं।

1. “मोर गाँव मोर पानी” अभियान: जल के लिए जागरूकता और संरचना

गर्मियों के दौरान अप्रैल-मई 2025 में जिले के सभी ब्लॉकों में “मोर गाँव मोर पानी” अभियान चलाया गया। इसके तहत तालाबों की खुदाई, नालों की सफाई, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और अन्य संरचनाओं का निर्माण किया गया। सैकड़ों ग्राम पंचायतों में कार्यशालाओं के माध्यम से ग्रामीणों, किसानों, महिलाओं और युवाओं को जल संरक्षण के उपायों के प्रति प्रशिक्षित व प्रेरित किया गया।


2. “एक पेड़ माँ के नाम”: भावनात्मक जुड़ाव के साथ वृक्षारोपण

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान को रायगढ़ में व्यापक जनभागीदारी के साथ लागू किया गया। स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और पंचायत परिसरों में पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित हुए। इस भावनात्मक पहल ने पर्यावरणीय जिम्मेदारी को व्यक्तिगत जुड़ाव से जोड़ दिया।


3. 42,000 प्रधानमंत्री आवास हितग्राहियों को निशुल्क पौधे

जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 42,000 लाभार्थियों को निशुल्क पौधे वितरित किए गए। इसमें आम, कटहल, नीम, पीपल, बरगद जैसे फलदार व छायादार पौधों को प्राथमिकता दी गई। इससे ग्रामीण इलाकों में हरित आवरण बढ़ाने के साथ आर्थिक लाभ भी सुनिश्चित किया गया।


4. 1 से 5 जुलाई तक वृक्षारोपण महाअभियान: “प्लांटेशन मेगा ड्राइव”

ब्लॉकवार वृक्षारोपण लक्ष्य: ब्लॉक पौधों की संख्या धरमजयगढ़ 37,189 घरघोड़ा 19,693 खरसिया 14,797 लैलूंगा 18,170 पुसौर 25,017 रायगढ़ 24,810 तमनार 12,527

कुल विभागीय सहभागिता:

  • मनरेगा: 61,820 पौधे
  • प्रधानमंत्री आवास योजना: 65,109 पौधे
  • पंचायतों द्वारा जनभागीदारी: 8,242 पौधे
  • स्कूलों/छात्रावासों: 6,705 पौधे
  • आंगनबाड़ी केंद्र: 10,327 पौधे

वन विभाग, उद्यानिकी, पंचायत एवं शिक्षा विभाग मिलकर यह कार्य संपादित कर रहे हैं। पौधों की जियो-टैगिंग और डिजिटल मॉनिटरिंग द्वारा उनकी देखभाल सुनिश्चित की जा रही है।


5. भविष्य की ओर दृष्टि: हरित रायगढ़ की परिकल्पना

रायगढ़ जिला, जो उद्योगों के लिए विख्यात है, अब पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी राज्य में अग्रणी बनने की ओर अग्रसर है। 549 ग्राम पंचायतों और 951 गाँवों में चल रहे इन अभियानों से हरित क्षेत्रफल में वृद्धि, जल सुरक्षा, और सामुदायिक सहभागिता की अभूतपूर्व मिसाल बन रही है।


जिला प्रशासन की अपील

जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों, विशेष रूप से युवाओं, महिलाओं और बच्चों से इन अभियानों में भाग लेने का आह्वान किया है। ये पहलें रायगढ़ को न केवल पर्यावरणीय रूप से मजबूत बनाएंगी, बल्कि सतत विकास की ओर प्रेरित करेंगी।


यह अभियान केवल वृक्षारोपण तक सीमित नहीं, बल्कि एक समर्पित सोच और टिकाऊ भविष्य की ओर जन-संकल्प है। रायगढ़ अब पर्यावरणीय नेतृत्व की मिसाल बन रहा है।


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