
राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के कारण मरकाम के कार्यकाल को बढ़ाया गया था, अब जल्द ही नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति हो जाएगी।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस की नवनियुक्त प्रभारी कुमारी सैलजा रविवार की देर शाम रायपुर पहुंचीं । उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता अगली बार फिर कांग्रेस की सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को पूरे देश से समर्थन मिल रहा है। छत्तीसगढ़ में हम सब मिलकर काम करेंगे और सरकार बनाएंगे। प्रदेश प्रभारी बनने के बाद यह उनका पहला प्रदेश दौरा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित कई कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ताओं एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया। वीआइपी रोड में भी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की ओर से कई जगहों पर मंच बनाए गए हैं। 27 दिसंबर को वापस सैलजा दिल्ली के लिए रवाना होंगी। जानकारी के अनुसार 26 दिसंबर को राजीव भवन में होने वाली बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी, जिला, शहर कांग्रेस के अध्यक्ष एवं मोर्चा, संगठन, प्रकोष्ठ, विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शामिल रहेंगे।
सभी को पिछले दिनों उनके द्वारा किए गए संगठनात्मक कार्यक्रमों, भारत जोड़ो यात्रा, हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा की तैयारी, बूथ पुनर्गठन का विस्तृत प्रतिवेदन अनिवार्य रूप से लेकर आने को कहा गया है। इस लिहाज से इस बैठक को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
निर्देशों पर होगी चर्चा, बदलाव के भी संकेत
23 दिसंबर को दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद उनके दिशा-निर्देशों का पालन छत्तीसगढ़ में भी हो सकता है। कांग्रेस की नई प्रदेश प्रभारी की 26 दिसंबर को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की विस्तारित बैठक में कई अहम एजेंडों पर चर्चा होगी। इसमें सभी नियुक्तियों की छह-छह माह में पदाधिकारियों के कार्य का आकलन, जरूरत पड़ने पर उनकी नियुक्ति पर पुनर्विचार, डिजिटल मेंबरशिप, कांग्रेस अध्यक्ष और राहुल गांधी के पत्र को घर-घर तक पहुंचाने की रणनीति आदि पर चर्चा हो सकती है।
सूत्रों की मानें तो प्रदेश अध्यक्ष समेत जिला और विकासखंड स्तर पर पदाधिकारियों के चेहरे बदले जा सकते हैं। प्रदेश में कांग्रेस का 85वां अधिवेशन फरवरी में है। नवा रायपुर में देशभर के 15 हजार पदाधिकारी शामिल होंगे। इसके पहले प्रदेश में बदलाव हो सकता है। छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रभारी को बदलने के बाद अब प्रदेश अध्यक्ष बदलने की चर्चा तेज हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मोहन मरकाम का कार्यकाल पूरा हो गया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के कारण मरकाम के कार्यकाल को बढ़ाया गया था, लेकिन अब संकेत मिल रहे हैं कि जल्द ही नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति हो जाएगी। मरकाम को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विरोधी कैंप का माना जाता है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की जीत के बाद सीएम बघेल का कद बढ़ा है। ऐसे में संकेत मिल रहे हैं कि नया प्रदेश अध्यक्ष आदिवासी वर्ग और बघेल की पसंद का होगा। हालांकि मरकाम समर्थकों द्वारा उनकी दोबारा अध्यक्ष के रूप में ताजपोशी को लेकर भी प्रयास किया जा सकता है।
सैलजा के आगमन पर भाजपा ने उठाए सवाल
भाजपा रायपुर संभाग प्रभारी व विधायक सौरभ सिंह ने कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा के आगमन व उनके स्वागत पर सवाल किया है । उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार के संरक्षण में चल रहे भ्रष्टाचार और तानाशाही के विरुद्ध अपने दायित्व का निर्वहन करेंगी या फिर पूर्व कांग्रेस प्रभारी के पदचिन्हों पर चलेंगी? सिंह ने पूछा कांग्रेस की नई प्रभारी कुमारी सैलजा क्या गुटों में बंटी हुई कांग्रेस को जोड़ने के लिए कांग्रेस जोड़ो यात्रा छत्तीसगढ़ से शुरू करेंगी? वहीं प्रदेश भाजपा प्रवक्ता नलिनेश ठोकने ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की पहली बैठक में दिए गए संदेश पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस के नेहरू गांधी परिवार की व्यक्तिगत कसौटियों पर भले ही खरे उतरते रहे हैं लेकिन वे मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष की कसौटी पर रत्ती भर भी खरे नहीं उतर सकते है, क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्पष्ट रूप से कहा है कि पसंदीदा नियुक्तियां पार्टी को खोखला बनाती हैं। अब देखना है कि नई नियुक्तियों पर कार्यकर्ता कितने कसौटी पर खरे उतर पाते हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी को खोखला करने का नेक काम भूपेश बघेल ने बखूबी किया है। कांग्रेस वैसे तो पूरे देश में खोखली हो चुकी है। परिवार विशेष के चाटुकारों को नियुक्त करना कांग्रेस का संस्कार रहा है।














