सत्ता का सुख लेने अब दल बदलना चाहते हैं विधायक द्वय – जेसीसी- जे

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ पर उपेक्षा करने का लगा रहे हैं आरोप – सुशील बंजारे

बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के जिला प्रवक्ता सुशील बंजारे ने खैरागढ़ विधायक देवव्रत सिंह व बलौदाबाजार विधायक प्रमोद शर्मा के द्वारा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे को भाजपा की B टीम कहने और अलग पाटी बनाने के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ना किसी की A टीम है और ना ही B टीम है बल्कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे C टीम है अर्थात छत्तीसगढ़ीयों कि पाटी है जो छत्तीसगढ़ीयों के स्वाभिमान की लड़ाई और छत्तीसगढ़ियों के अभिमान की लड़ाई लड़ रही है। जोगी कांग्रेस से विधायक बने देवव्रत सिंह व प्रमोद शर्मा की तो वह कांग्रेस में अपनी जमीन तलाशने के लिए पशुपति पारस पासवान बनने मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं जो कभी पूरे नहीं होने वाले। सुशील बंजारे ने कहा कि विधायक देवव्रत सिंह शायद वह दिन भूल गए जब उन्हें कांग्रेस ने उपेक्षित किया और वे कांग्रेस नेतृत्व पर ही हमला बोलते हुए कांग्रेस छोड़ जनता कांग्रेस प्रवेश किए थे तब जोगी पाटी ने ही उन्हें सम्मान देकर खैरागढ़ से हल चलाता किसान छाप का टिकट देकर उन्हें जीता कर लाए थे। आज जब प्रदेश में कांग्रेश सत्तासीन हो गई हैं ऐसी स्थिति में देवव्रत सिंह यूटर्न लेते हुए सत्ता की गाड़ी में बैठकर सत्ता का सुख लेने के लिए अब जोगी पाटी पर उपेक्षा का आरोप लगा रहे हैं। अपना अलग दल बनाने का सपना देख रहे हैं और अवसर का लाभ उठाना चाहते हैं अलग दल बनाकर भविष्य में कांग्रेस में शामिल होकर 2023 के चुनाव में कांग्रेस की टिकट से सोच रहे हैं तो उन्हें मुंह की खानी पड़ेगी।

श्री बंजारे ने कहा की बलौदाबाजार विधायक प्रमोद शर्मा माननीय प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी जी पर उपेक्षा का आरोप लगा रहे हैं जो कि निराधार है प्रमोद शर्मा जी बताएं कि बलौदाबाजार विधानसभा क्षेत्र के कितने जनता कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को विधायक प्रतिनिधि बनाए हैं वह खुद कांग्रेस के A टीम के रूप में काम कर रहे हैं वह अपने प्रतिनिधि के रूप में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को विधायक प्रतिनिधि बना रहे हैं जिससे कांग्रेस पाटी में भी रोष व्यक्त है।

बंजारे ने आगे कहा कि दल बदल कानून के अनुसार किसी भी राष्ट्रीय यह क्षेत्रीय पाटी से अलग होकर अलग दल बनाने के लिए बहुमत का होना आवश्यक है। वर्तमान में स्व. जोगी जी के निधन होने के पश्चात जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ में चार विधायक शेष है अगर देवव्रत सिंह के साथ तीन विधायक है तो निश्चित ही अलग होकर अपना दल बना सकते हैं। देवव्रत सिंह पशुपति पारस पासवान बनने का सपना देख रहे हैं जो कभी पूरा नहीं हो सकता।

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