
रायगढ़। रायगढ़ नगरनिगम के तहत बने शहरी आदर्श गौठान संबलपुरी गांव में बनाई गई है जिसका उदघाटन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था । छत्तीसगढ़ सरकार की महती योजना में से एक गौठान है जो रायगढ़ जिले में बंटाधार होते दिख रहा है। यहां गौठान में रखे लगभग 350 गायों को दूसरे जगह शिफ्ट करने के बहाने कहीं और ले जाया गया है । सबसे बड़ा आरोप यहभी लग रहा है कि अगर शिप्टिंग की जा रही थी तो देर रात शिप्टिंग की क्या जरूरत पड़ी ।इसको लेकर अब मामला तूल पकड़ने लगा है। लोगो का कहना है कि चारे के अभाव के कारण इन गायों को छोड़ा जा रहा है ।भाजपा ने भी लगी हाथ यह आरोप लगा रहे हैं कि कांग्रेस गौ तस्करी करवा रही है। नगर निगम के महापौर श्रीमती जानकी काटजू ने बचाव करते हुए देर रात शिप्टिंग करने को लेकर कहा कि दिन में ट्रैफिक जाम होने के कारण रात में इन्हें लैलूंगा ,तमनार व मिलुपारा के गौठान में ले जाया गया है लेकिन 3 दिन बाद भी यहाँ गायें नही पहुंची आखिर ये गाये गयी तो कहा गयी ।महापौर का कहना है कि बहुत जल्दी ही मीडिया के माध्यम से शहर वासियों को बता दिया जाएगा कि ये गायें कितनी सुरक्षित है। चारे के अभाव के कारण गायों को अन्यत्र छोड़े जाने को लेकर महापौर ने कहा कि पहले चारे के अभाव तो था मगर अभी नहीं है।
गौमित्र सेवा समिति ने आज जिले के आला अधिकारियों को ज्ञापन देकर आरोप लगाया है कि 6 व 7 सितम्बर की दरमियानी रात में नगर निगम के कर्मचारी मुन्ना ओझा उप अभियंता व प्रदीप तिवारी सहित 10 से 11 लोगो ने समिति को बिना सूचना दिए जबरिया 350 से अधिक गौ माताओं को गौठान से निकाल कर कहि और हांकते हुए ले गए हैं जंगलों में जाकर पता किया गया तो छोटे असहाय मूक जानवरो बछड़ों को छोड़ दिया गया है। निगम के इन कर्मचारियों द्वारा किसी को नही बताने की धमकी भी दी गयी है।
क्या कहते है समिति के लोग : वही समिति के द्रारा बताया गया है की अधिकारियो के द्रारा हम लोगो को जनकारी दिया गया है की सबलपुरी गोठान से सभी मवेशियों को तामनार गोठान मे भेजा गया है जबकि समिति के तरफ से तामनार गोठान मे जाकर जांच किया गया तो पता चला की वहा पर कोई गाय नहीं है वही तामनार सीईओ से बात करने पर बताया गया की गाय आज सुबह सुबह लैलूंगा के लिए भेज दिया गया है