सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे विभाग कि निष्क्रियता एवं अव्यवस्था से लोग काफी परेशान भानुप्रतापुर का मामला—


पखांजूर से बिप्लब कुण्डू-28.8.22
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे विभाग कि निष्क्रियता एवं अव्यवस्था से लोग काफी परेशान भानुप्रतापुर का मामला—
पखांजूर,,,
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे विभाग कि निष्क्रियता एवं अव्यवस्था से लोग काफी परेशान, विभाग की डांक्टर एवं स्टाफ का लोगों के साथ व्यवहार सही नही जिसके कारण दुरस्त अंचल से आये आदिवासी भोलेभाले गरीब जनता की मजबूरी को दरकिनार करते हुए लोगो को परेशान करते है ,
दुख की घड़ी मे आये मृतक की ,पीएम कराने गरीब लोगों को सही जानकरी न देकर इधर-उधर भटका रहे है, डांक्टर लोगों को सलाह देना, बात करना भी उचित नही समझते, ऐसे मे गरीब जनता शासकीय काम को बोझ समझते है और झमेला मे आना नही चाहते जिसके कारण शासकीय योजना से वंचित हो जाते है।
जिसकी सर्व आदिवासी समाज जिला सचिव एवं जनपद सदस्य देवेन्द्र टेकाम ने विभाग के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे ग्राम तरहुल की मृतक सनऊ राम पुरामे जिसकी मृत्यु तालाब मे डूबने से हुई, जिसको निकालकर पीएम के लिए भानुप्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गया शाम होने के कारण वही रोकना पड़ा तो शव रखने लिए शव रूम का पूरा सिस्टम खराब था फ्रीजर भी बंद था दूसरे फ्रीजर के बारे मे जानकारी नही दे रहे थे जिसको लेकर डांक्टर एवं स्टाफ को पूछने पर कोई सही जानकरी नही , काफी देर बाद कुछ वरिष्ठ लोगो की मदद से व्यवस्थित हो पाया,
और डांक्टर नाग ने नशे की हालत मे मिला और अपनी जिम्मेदारी ना निभाते हुए विवादित स्थिति मे मृतक को कही भी फेक दो कहा गया,
दूसरे दिन जब PM के लिए भी स्टाफ सक्रिय नही जिसके कारण गरीब परिवार भटकते रहे पूछने पर भी डांक्टर द्वारा सही जानकरी नही , शव वाहन के लिए भटकते रहे पूछने पर हड़ताल की हवाला दिये लेकिन सरकारी गाड़ियों में घुमते रहते है लेकिन लेजाने के लिए ड्राइवर नही। परिवार काफी परेशान था PM कराने में 2 बज गया, घर में परिवार एवं गांव वाले इंतजार करते रहे। PM कराने मे भी लूटमार मची हुई हैं।
मेरा शासन प्रशासन से यही निवेदन है कि हमारे आदिवासी भोले-भाले क्षेत्र मे ऐसे कामचोर और घमंड अधिकारी व स्टाफ नही चाहिए जो क्षेत्र कि परिस्थित को ना समझे जिसकी हम कडी निंदा करते है, जिसकी शासन प्रशासन जांच-पड़ताल कार्यवाही करे।