आशीष गलत है, दूर रहो! नौकर के साथ आपत्तिजनक हालत में देख पिता ने दी हिदायत, बेटी ने बदले में दी मौत
मेरठ स्थित बहसूमा के राहवती गांव में सतवंत की हत्या का प्लान दो सप्ताह पहले ही बना लिया गया था। सतवंत का शव पांच दिन बाद नलकूप से बरामद कर लिया गया। पुलिस जांच में सामने आया कि सतवंत का कातिल कोई और नहीं बल्कि उसकी ही सौतेली बेटी और नौकर आशीष हैं। वहीं इस मामले में पुलिस ने सोमवार को ग्राम प्रधान को भी हिरासत में लिया है।
सतवंत ने बेटी सिमरन और उसके प्रेमी नौकर आशीष को एक साथ देख लिया था। इसका उसने कड़ा विरोध किया। इसके बाद कई बार बेटी से कहा कि आशीष ठीक नहीं है, इसे यहां से भिजवा दो। बेटी नहीं मानी और दोनों ने मिलकर सतवंत को ही रास्ते से हटाने की साजिश रची।
सतवंत की शादी 12 साल पहले सिमरन की मां जस्सो से हुई थी। आठ साल की सिमरन मां के साथ आई थी। सतवंत किसान था और उसके यहां पर अमित नाम का युवक नौकर था। अमित को हटाकर छह साल पहले सतवंत ने आशीष रखा था। उसे सात हजार रुपये प्रतिमाह दिए जा रहे थे। आशीष की नजर सतवंत की सौतेली बेटी सिमरन पर थी। चार साल पहले उनका प्रेम-प्रसंग शुरू हुआ था।
आशीष ने किया भरोसे का कत्ल
शुरुआत में परिवार के लोग नौकर आशीष पर बेहद भरोसा करते थे। सिमरन से संबंधों के बाद सतवंत उसकी आंखों में खटकने लगा था। वह सिमरन के साथ मिलकर सतवंत को हटाने की साजिशें रचने लगा था। परिजनों के मुताबिक आशीष ने भरोसे का भी खून कर दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि सिमरन ने नौकर को पांच लाख रुपये और जेवरात भी दिए हैं।
पुलिस ने कब्जे में लिया ट्रैक्टर
हत्या में प्रयुक्त ट्रैक्टर को भी पुलिस ने कब्जे में ले थाने ला खड़ा कर दिया है। इंस्पेक्टर महावीर सिंह का कहना है कि आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद सोमवार को जेल भेज दिया गया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि सतवंत का गला दबाने के बाद उन्होंने ट्रैक्टर की ड्रो वायर से भी वार किए थे। इसके बाद भूसे के कमरे में शव छिपाया था।
पिता ने 15 दिन पहले आपत्तिजनक हालत में देखा
गांव के लोगों ने पुलिस को बताया कि 15 दिन पहले किसान ने अपनी सौतेली बेटी सिमरन को नौकर आशीष के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। जिसके बाद किसान ने नौकर से कहा था कि अब तू अपने घर चला जा।
इस पर सौतेली बेटी और नौकर को शक हो गया कि हमारे साथ गलत हो सकता है। पांच दिन पहले बेटी सिमरन ने अपने प्रेमी आशीष के साथ मिलकर पिता का रात में गला दबा दिया। उसके बाद शव को आधा घंटे तक चारपाई पर छोड़ दिया। मरने की पुष्टि होने के बाद शव को घर में भूसे के कोठे में दबा दिया।
मुखबिर ने हत्या के खुलासे में की पुलिस की मदद
एसपी देहात ने बताया कि मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि परिवार को किसान के बारे में पता है। शनिवार को पुलिस जांच करने पहुंची थी। जिसके बाद बेटी और परिवार के लोग गुमराह करते रहे कि रात में वह सिंचाई को गए थे। उसके बाद उनका पता नहीं चला। परिवार ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई।
घर में भूसे के कमरे में शव से दुर्गंध उठने लगी तो शक बढ़ता देख रात के अंधेरे में सौतेली बेटी ने प्रेमी के साथ मिलकर शव को भूसे से निकालकर जंगल में ट्यूबवैल के पास मिट्टी में दबा दिया। पुलिस ने बेटी और प्रेमी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो केस खुल गया।
एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि सौतेली बेटी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की है। दोनों को गिरफ्तार कर शव को बरामद कर लिया है। परिवार द्वारा किसान के गुम होना बताया गया। लेकिन गांव के लोगों को संदेह हुआ। जिसके बाद पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
ग्राम प्रधान राहवती को पुलिस ने हिरासत में लिया
वहीं मामले में पुलिस ने देर रात को ग्राम प्रधान राहवती को हिरासत में लिया है। पुलिस के मुताबिक पिता की हत्या के बाद सौतेली बेटी सिमरन ने ग्राम प्रधान अरुण कुमार को घटना की जानकारी दी थी।
ग्राम प्रधान की सीडीआर में सौतेली बेटी से कई बार बातचीत होना बताया जा रहा है। सौतेली बेटी ने पुलिस पूछताछ में ग्राम प्रधान को पिता की हत्या के बाद ही घटना की जानकारी बताना बताया है। ग्राम प्रधान ने न पुलिस को न परिजनों को इसकी सूचना नहीं दी।