आखिर किसी गलती है? निगम प्रशासन,बेजुबान जानवर या फिर आम आदमी की


रायगढ़ : जिस तरह से नगर निगम ने कुछ दिनों ही प्लास्टिक थैली पर पर ताबड़तोड़ कार्यवाई किया था साथ ही घटिया किस्म की प्लास्टिक थैली बनाने और बेचने पर पूरी तरह से रोक लगा दिया था लगा की शहर में प्लास्टिक दिखेंगे लेकिन काफी कम मात्रा में लेकिन सब इसका उल्टा ही होता चला जा रहा है निगम के द्रारा समय समय प्लास्टिक थैली पर कार्यवाई कर तो रही लेकिन ना काफी साबित हो रहा है इसमें किसी गलती मानी जाए बेजुबान जानवर की जो मालिक के द्रारा दूध निकाल कर भूखे प्यासे सड़क पर छोड़ देते कचरे नुमा प्लास्टिक का सेवन कर लेते है फिर बीमार हो जाते या फिर मृत हो जाती है
इसकी जवाबदारी या गलती किसकी है बेजुबान जानवर या फिर बेज़ुबान जानवरो के मालिक की अगर मालिक की गलती है तो उसके ऊपर निगम चलानी के साथ ही साथ दाडात्मक कार्रवाई किया जाना चाहिए
या फिर आप जनता की गलती है जिला प्रशासन,निगम प्रशासन के आलावा अन्य समाजिक कार्यकर्ताओ के द्रारा विज्ञापन और अन्य सासाधनों माध्यम से आम जनता से बार बार अपील करते रहते है की घटिया किस्म के प्लास्टिक का उपयोग से बचे इसके बावजूद प्लास्टिक थैली का उपयोग आम जनता के द्रारा लगातार उपयोग किया जा रहा है और उपयोग करने के बाद कही भी फेक दिया जाता है जिसका बुरा प्रभाव बेज़ुबान जानवरो के साथ ही साथ आम लोगो और पर्यावरण पर भी बुरा प्रभाव डालता है
किसी गलती नगर निगम को मानी जाए प्लास्टिक की थैली को बैन कराने में असफल रही या उनको माना जाए जो प्लास्टिक की थैली उपयोग बैन होने के बाद भी प्लास्टिक आ कहां से रहा है यह किसकी गलती है इसका जवाबदेही कौन बनता है आखिर इन बेजुबान जानवरों की क्या गलती है

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