
आखिर कहां गए कांग्रेस के नव निर्वाचित पार्षद? सभी का मोबाइल भी आ रहा बंद…पढ़िए पूरी खबर
रायपुर: 15 नगरीय निकायों में महापौर, अध्यक्ष या सभापति बनाने से पहले कांग्रेस पार्टी अपने सभी नवनिर्वाचित पार्षदों को राज्य के भीतर या बाहर घुमाने ले गई है। खासकर चार नगर निगम बीरगांव, भिलाई, रिसाली और चरौदा के कांग्रेस पार्षद अपने क्षेत्र दिखाई नहीं दे रहे हैं और अधिकांश पार्षदों के मोबाइल भी बंद आ रहे हैं।
बता दें कि कल शाम भिलाई निगम, प्रेम नगर और सारंगढ़ नगर पंचायत के नवनिर्वाचित पार्षदों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की है। सभी पार्षदों को सीएम भूपेश बघेल ने बधाई दी है। पार्षदों के राज्य के भीतर या बाहर घूमने पर कांग्रेस और भाजपा के बीच बयानबाजी शुरू हो गई है।
कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे का कहना है कि लोकतंत्र में सावधानी बरतनी चाहिए। गोवा में बहुमत हमें मिला लेकिन अमित शाह सरकार बीजेपी की बना लिए। उन्होंने कहा कि अपने पार्षदों को अपने साथ रखने में किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। 15 निकायों की जनता ने भाजपा के सभी बड़े नेताओं को नकार दिया है।
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का कहना है कांग्रेस के पार्षद और कार्यकर्ता चाहते हैं कि उनकी मर्जी से निकायों में महापौर या अध्यक्ष बने। लेकिन कांग्रेस नेताओं के कई गुट है, जो अपनी पसंद से महापौर बनाने चाहते है। इसलिए कांग्रेस डर से अपने पार्षदों को घुमा रही है। हालांकि कहा जा रहा है पार्षदों को रायपुर में ही रखा गया है।