बिग ब्रेकिंग,चुनाव आयोग आया हरक़त में, आयोग की बड़ी कार्यवाही, कोरबा लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय को चुनाव आयोग का नोटिस
एमसीबी के कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने चुनाव आयोग को लिखा था पत्र, दोनों राजनैतिक दलों के बीच छिड़ी सियासी जंग?
रईस अहमद की रिपोर्ट चिरमिरी।
बिग ब्रेकिंग:
एमसीबी के कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने चुनाव आयोग को लिखा था पत्र, दोनों राजनैतिक दलों के बीच छिड़ी सियासी जंग?
चिरमिरी। लोकसभा चुनाव 2024 को ले कर लोकसभा कोरबा में सियासी जंग छिड़ चुकी है, जहां जिला एमसीबी के कांग्रेस जिलाध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव के पत्र का असर अब देखने को मिल रहा है जहां जिलाध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने पत्र के माध्यम से भाजपा पर यह आरोप लगाया कि भाजपा धार्मिक कार्यक्रम के आढ़ में प्रचार प्रसार करने में लगी है, साथ ही साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश के एक प्रतिष्ठित न्यूज़ संस्था के निष्पक्ष पत्रकारिता और कार्यशैली का भी असर सबके सामने देखने को मिल रहा है। हमने बड़े ही निष्पक्ष भाव से चुनाव आयोग के संज्ञान में खबर के माध्यम से नियमों के होते उल्लंघन की खबरों को दर्शाया, साथ ही साथ जिला एमसीबी के कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर अवगत कराने का प्रयास किया था कि नगर पालिक निगम चिरमिरी शहर के शास्त्री स्टेडियम में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम की आड़ में किस तरह भाजपा द्वारा चुनावी प्रचार प्रसार को अंजाम दिया जा रहा था, हालांकि कांग्रेस द्वारा लिखे गए पत्र के आधार पर कांग्रेस पर निशाना भी साधा गया, विशेष सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया में एवं आम लोगों में कांग्रेस पार्टी को धर्म विरोधी करार दिया जा रहा था, मगर चुनाव आयोग ने कई मीडिया एवं प्रेस एजेंसियों द्वारा प्रकाशित की गई खबरों पर ध्यान दिया और चुनाव आयोग द्वारा गंभीरता बरतते हुए पूरे मामले की तह तक जांच करने के बाद तमाम बातें सामने आईं की भाजपा पर उठ रहे सवाल और कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे आरोपों में सत्यता है, जिसके बाद चुनाव आयोग ने कोरबा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय को नोटिस जारी करते हुए उनसे जवाब मांगा है कि आखिर क्यों ना उन पर कोई कार्यवाही की जाए, जिसके बाद लोकसभा चुनाव को ले कर लोकसभा कोरबा क्षेत्र में मानों सियासी जंग छिड़ गई हो, दोनों पार्टियों में आरोप प्रत्यारोप का समां बंध चुका है, आखिर ये सियासी जंग किस रूप में ढाली जाएगी और जनता के सामने दोनों राजनैतिक दलों का सियासी चेहरा और कितना बदलते नज़र आएगा यह तो आगे देखने की बात होगी?