
लैलूंगा, माघ कृष्ण चतुर्दशी को लैलूंगा के पाकरगांव अघोर आश्रम में अनन्य दिवस के रूप में मनाया गया क्योंकि इसी दिन परम पूज्य अघोरेश्वर महाप्रभु को मां अन्नपूर्णा के दर्शन तथा आशीर्वाद प्राप्त हुआ था तब से आज के दिन को अनन्य दिवस के रूप में मनाया जाता है इस शुभ कार्यक्रम की शुरुआत साफ-सफाई के साथ करते हुए हवन पूजन से प्रारंभ परम पूज्य कापालिक राम जी के शुभ हाथों से हुई हम लैलूंगा क्षेत्र के वासी बहुत ही सौभाग्यशाली हैं कि हमारे क्षेत्र में ऐसे महान संत का प्रादुर्भाव हुआ जिसके चरणरज से यहां की भूमि कृतार्थ हुई है
विशाल स्वास्थ्य शिविर भंडारा एवं गर्म वस्त्रों का वितरण
अनन्य दिवस के अवसर पर माता अन्नपूर्णा के आशीर्वाद से आश्रम परिसर में विशाल स्वास्थ्य शिविर का आयोजन हुआ जिसमें ख्याति लब्ध अनुभवी चिकित्सकों ने निशुल्क सेवा देकर अनेक रोगी जनों को लाभ पहुंचाया तथा निशुल्क औषधि वितरण की गई साथ ही साथ यहां विशाल जनसमूह को महाप्रसाद (भोजन )भंडारे की भी व्यवस्था की गई थी जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद (भोजन) पाया तृप्त हुए
गर्म वस्त्रों तथा कंबल का वितरण
हमारे देश में पूस और माघ के माह में जो ठंड की ठिठुरन रहतीहै इस अवसर पर गरीब के सहारे के लिए केवल अलाव व अग्नि देवता ही काम आते हैं ऐसी स्थिति में हमारे समूह के अनेक भक्तों ने जरूरतमंद लोगों के लिए गर्म वस्त्र तथा कम्बलों की व्यवस्था परम पूज्य कापालिक बाबा के मार्गदर्शन में किया था जिसे स्वयं कापालिक बाबा ने अपने शुभ हाथों से वितरण की शुरुआत की उसके पश्चात हमारे क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक चक्रधर सिंह सिदार की की पुत्रवधू एवं जिला पंचायत सदस्य श्रीमती यशोमती सिदार ने भी इस पुनीत कार्य में अपनी सहभागिता निभाई और अंतिम समय तक कम्बलों का वितरण करते हुए स्थानीय जन समुदाय बड़ी सौम्यता मधुरता के साथ वार्तालाप करते हुए परम पूज्य कापालिक बाबा का आशीर्वाद लिया और कार्यक्रम से विदा ली
कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव में परम पूज्य बाबा कापालिक राम जी के द्वारा सफलयोनि का पाठ करते हुए संगोष्ठी किया एवं आशीर्वचन कहे जिसे सुनकर सभी श्रद्धालु गण भाव विभोर हो गए और बाबा के श्री चरणों को प्रणाम कर अपने-अपने गंतव्य की ओर गए अंत में समूह के सभी सदस्यों को बाबा ने आशीर्वाद स्वरुप साल श्रीफल भेंट किया और सफल कार्यक्रम के लिए सभी समूह जनों को धन्यवाद करते हुए आशीर्वाद देकर अपने मूल आश्रम के लिए प्रस्थान किए
