
आम आदमी पर बढ़ने वाला है कर्ज का बोझ, RBI कर रहा ये तैयारी
नई दिल्लीः आने वाले वक्त में आम जनता को महंगाई का एक और झटका मिलने वाला है. हालांकि, बचत जमा योजना जैसे की एफडी जैसे साधनों में पैसा जमा कराने वालों के लिए आने वाला वक्त खुशखबरी भी ले कर आ सकता है.
दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अपनी अगली मौद्रिक समीक्षा की बैठक में एक बार पिर से रेपो रेट में इजाफा करने की प्लानिंग कर रहा है. आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा की बैठक अगले हफ्ते होने वाली है.
रेपो रेट में हो सकता है इजाफा
माना जा रहा है कि अगले हफ्ते होने वाली मौद्रिक समीक्षा नीति की बैठक में आरबीआई एक बार फिर से रेपो रेट में इजाफा कर सकती है.अगले हफ्ते होने वाली मौद्रिक समीक्षा नीति की बैठक में रेपो रेट में 0.40 फीसदी की एक और बढ़ोतरी की जा सकती है.
बता दें कि बैठक 6 जून से 8 जून को हो सकती है. 6 जून 2022 से आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी की 3 दिनों की बैठक शुरू होगी. और 8 जून को मॉनिटरी पॉलिसी में लिए निर्णय का ऐलान किया जाएगा.
रेपो रेट बढ़ने से क्या होगा असर
अगर आने वाले हफ्ते में आरबीआई द्वारा रेपो रेट में इजाफा किया जाता है तो, इससे तमाम तरह के लोन महंगे हो जाएंगे. रेपो रेट में बढ़ोतरी से केंद्रीय बैंक द्वारा वाणिज्यिक बैंकों को महंगे दर पर लोन मिलता है, जिस वजह वाणिज्यिक बैंक भी अपने ग्राहकों को बढ़ी हुई दर पर लोन देता है.
जिससे होम लोन, पर्सनल लोन समेत तमाम तरह के लोन महंगे हो जाएंगे. हालांकि रेपो रेट बढ़ने से बचत करने वालों को फायदा होगा. रेपो रेट बढ़ने से तमाम तरह के बैंक अपने ग्राहकों के लिए एफडी पर रेट को बढ़ा देते हैं.