उच्च न्यायालय बिलासपुर के आदेशों की अवहेलना

आप की आवाज
पखांजुर से बिप्लब कुण्डू
*संघर्षशील आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका यूनियन (छःग )उच्च न्यायालय बिलासपुर की आदेशों की अवहेलना पर चिंता जाहिर कि
पखांजुर–उच्च न्यायालय बिलासपुर की  WPS2627/2021 पोषण ट्रैकर एप के संबंध में आदेशों की अवहेलना पर चिंता जाहिर करते हुऐ  राष्ट्रपति ,प्रधानमंत्री , स्वास्थ्य मंत्री  राज्यपाल  मुख्यमंत्री  स्वास्थ्य मंत्री आदि के नाम  अनुविभागीय अधिकारी (रा.) पखांजुर बि.ख-कोयलीबेड़ा, जिला- कांकेर (छःग)के हाथों ज्ञापन सौपा।आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को नियमितीकरण कर शासकीय कर्मचारी की दर्जा की मांग  संघर्षशील आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका यूनियन (छःग ) ने उठाई है। 
     प्रांतअध्यक्ष कल्पना चंद ने कहां कि हम आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी की दर्जा दे।हमारी  लंबित मांगों पर सरकार विचार नहीं कर रही है । उल्टे  महिला बाल विकास कार्यक्रम की ब्लॉक कोयलीबेड़ा  पखांजुर परियोजना में शासन  की पद पर सेवा कार्य में जिम्मेदाराना पद पर विराजमानों द्वारा  माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर की  निर्णय  WPS2627/2021 पोषण ट्रैकर एप की निर्णय का उलांघन करने में उतावले हो रहे है।उच्च न्यायालय बिलासपुर की दिशानिर्देश पर अमल ना करना। उच्च न्यायालय बिलासपुर की आदेश का अवमानना  है।उनके यह कदम कानून दृष्टिकोण से  गैर कानूनी कार्य में जबरन कमर कस रहे है।
      न्यायालय की आदेशों की अवमानना कर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मानसिक प्रताड़ित कर रहे है।पोषण ट्रैकर एप  संबंधीत  कार्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ वे उच्चपद की गरिमा को धुमिल कर तानाशाही कर रही है।उच्च न्यायालय बिलासपुर ने जिस विषय पर पूर्व वर्षों की भांति कागजों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से काम लिए जाने की सिफारिश एवं दिशानिर्देश दिऐ है।उस दिशानिर्देश की अवहेलना कर सुपरवाइजर द्वारा उल्टी दिशानिर्देश देने की परंपरा बना रही है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दबाव देकर मानसिक प्रताड़ना की परिस्थिति एवं परिवेश  निर्मित कर रहे है।कार्यकर्ताओं से जबरन कार्य लेने की कदमों को रोका जाये ।एसे कृत्य से आम जनताओं को देश की न्यायालय का विश्वास और भरोसा पर गहरी सदमा लग सकती है।कानूनी प्रक्रिया में बाधा डाल कर उच्च न्यायालय की गरिमा को मिट्टी में मिलादेने की झोंक देश की अपरिमेय क्षति होने कि संम्भावना से इन्कार नहीं कर सकते है।कोयलीबेड़ा ब्लॉक अध्यक्ष चायना मण्डल ने कहां है कि महिला बाल विकास पखांजुर परियोजना में तानाशाही कदमें उठाने वाली सुपरवाईजरों की कदमों पर लगाम लागाने शासन प्रशासन से अपील की है। उन्होंने कहां कि यह देश की  लिये  गंभीर चिंता कि विषय है।युनियन द्वारा WPS2627/
2021 पोषण ट्रैकर एप के संबंध में माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर की निर्णय का अवमानना करने की कदमों को रोका जाने की गुहार लगाई है। न्यायालय की अटल गरिमा की  व्यवस्था कायम रखने एवं बेमिसाल बनाने की मांग कि है । आदालत की अवमानना कर यदि जबरन पोषण ट्रैकर एप की कार्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से लिए जाते है तो अदालत की अवमानना की बिचार मांगने आदालत की दरवाजे खटखटाने के साथ यूनियन बेमुद्दत आन्दोलन करने मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदार एवं जवाबदेही शासन-प्रशासन होगी।करूना, श्यामली,चायना, लक्ष्मी, कौशल्या, ज्योत्स्ना, श्रीमती, रुकमनी,सिमा, सबिता, प्रिती,कमला, अंन्जु,वासन्ती, अरुणा, लिपि,सिता,रेखा, सुचित्रा,सेफाली,सपना,साहिवाल आदि उपस्थित रहे।

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