उप पंजीयक के रवैये से आम जन परेसान, विधानसभा अध्यक्ष से शिकायत की तैयारी

सक्ती। अगर आपको जमीन बेचना है तो आपको बहुत ज्यादा धीरज से काम लेना होगा। सक्ती उप पंजीयक कार्यालय में एक रजिस्ट्री में दो से तीन माह या उससे भी ज्यादा का समय लग सकता है।
उप पंजीयक कार्यालय सक्ती में अधिकारी के मनमानी के आगे आम जनता काफी परेसान हैं, सूत्रों की मानें तो कार्यालय में रजिस्ट्री खर्च जो जेब मे जाती है का काफी बढ़ गया है, वहीं अब रजिस्ट्री सिर्फ उन्हीं की होती है जो साहब के चहेते दलाल ले कर आते है। 25 फरवरी को उप पंजीयक साहब छुट्टी पर थे और लोगों का रजिस्ट्री के लिए तांता लगा हुआ था, एक शख्स दो महिलाओं के साथ कार्यालय के सामने बैठा हुआ रुदले मन से समझाते हुए एक महिला से कह रहा था कि अब हमारे घर की समस्या कम नहीं हो सकती ऐसा लगता है, तो दूसरी महिला उसे ढांढ़स बंधाते हुए कहती है चिंता मत करो सब ठीक हो जाएगा। दोनों की बातों को सुनने से लगा कि पुरुष अपनी पत्नी को चिंता बता रहा है और दूसरी महिला उनके ही गांव की है जो उस गरीब व्यक्ति द्वारा अपने किसी जरूरी काम को पूरा करने जो जमीन बेच रहा है उसे खरीद रही है। दोनों ने आपस में बात चलती रही और क्रेता महिला ने कहा कि दो माह तो गया है रजिस्ट्री नही हुआ है जब भी आओ साहब छुट्टी या फिर मीटिंग में ही होते है। ऐसा एक बार या किसी एक के साथ नहीं जब से नए साहब ने कार्य भार ग्रहण किया है तब से ऐसी ही स्थिति चल रही है।
जानकर बताते है कि साहब थोड़े गुरूरी है एक तो छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग से आए है दूसरा संघ लोक सेवा आयोग की तैयारी कर रहे है। साथ ही जांजगीर के ही रहने वाले है, इन सब के अलावा स्थानीय दलालों के काफी चहेते बन गए हैं। क्योंकि साहब के आने के बाद से ही दलालों की कमाई दिन दूनी और रात चौगुनी हो गई है। एक तो बिना दलाल के कोई रजिस्ट्री नहीं होती है और दूसरा जो दलाल चाहते हैं वहीं काम होता है। उप पंजीयक कार्यालय के रवैये से आम जन परेसान है वहीं जल्द ही साहब की शिकायत विधानसभा अध्यक्ष से करने की तैयारी भी की जा रही है।