
ओमिक्रॉन से बेखौफ: सिनेमा घरों में चार गुना फैलता है ये वायरस, फिर भी एक माह में नौ करोड़ लोग थिएटर जाने के इच्छुक
देश में बढ़ते ओमिक्रॉन संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकारों ने नाइट कर्फ्यू और अन्य पाबंदियां लगाना शुरू कर दी हैं। इसके बाद भी आम लोगों में मल्टीप्लेक्स और सिनेमाघरों में फिल्म देखने का क्रेज बरकरार है। हाल ही में एक सर्वे में सामने आया कि ओमिक्रॉन संक्रमण के खतरे के बीच भी अगले एक महीने में करीब नौ करोड़ लोग सिनेमा हॉल में जाकर फिल्म देखना ज्यादा पसंद करेंगे।
ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच क्या लोग अगले दो महीनों में फिल्म देखने सिनेमा हॉल में जाएंगे? यह जानने के लिए लोकल सर्कल्स ने हाल ही में एक सर्वे किया। सर्वे में लोगों से पूछा गया कि क्या वे अगले दो महीनों में सिनेमा हॉल या मल्टीप्लेक्स जाने की कोई योजना बना रहे है? इस सवाल पर 12 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे एक बार मूवी देखने जरूर जाएंगे। जबकि 2 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे एक से ज्यादा बार सिनेमाघरों में जाना पसंद करेंगे।
314 जिलों में किया गया सर्वे
लोकल सर्कल्स द्वारा जुलाई माह में कराए गए सर्वे में जब यही सवाल लोगों से पूछा गया था तो करीब 10 प्रतिशत लोगों ने सिनेमाघरों में मूवी देखने की इच्छा जाहिर की थी। यही आंकड़ा अब बढ़कर 14 प्रतिशत हो गया है। ऐसे में देश में अगले दो माह में 18 करोड़ लोग सिनेमाघरों में मूवी देखने का मन बना रहे हैं। इस सर्वे में देश के 314 जिलों के 16 हजार 900 लोगों ने भाग लिया है।
अमेरिकी रिसर्च में किया गया यह दावा
लोकल सर्कल्स के संस्थापक सचिन तापड़िया ने अमर उजाला से कहा कि अमेरिकी रिसर्च में सामने आया है कि बंद हॉल में ओमिक्रॉन वायरस के 3 से 5 गुना ज्यादा तेजी से फैलने का खतरा रहता है। ऐसे में सिनेमा हॉल जैसी जगहें संक्रमण फैलने के लिए माकूल जगह साबित हो सकती हैं। सिनेमाघरों में यदि कोई संक्रमित व्यक्ति बैठा है तो वह आसानी से तीन-चार लोगों को ऑमिक्रॉन संक्रमण का शिकार बना सकता है।
दर्शक नहीं करते कोरोना प्रोटोकॉल का पालन
तापड़िया ने कहा कि आज फिल्म देखने जाने वाले लोग भी कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों का पालन ठीक से नहीं कर रहे हैं। सिनेमा हाल तक लोग मास्क लगाकर आते हैं, लेकिन अंदर जाते ही वे चेहरे से मास्क उतार देते हैं। इससे भी संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
तीन हफ्ते में 80 से 350 हुए केस
तीन हफ्ते पहले तक राजधानी दिल्ली में ओमिक्रॉन के केवल 80 केस थे। आज यह बढ़कर 350 के करीब पहुंच गए हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक आने वाले एक हफ्ते में ये केस 1000 तक पहुंच जाएंगे। ऐसे में राज्य सरकारों और जिला प्रशासन को चाहिए कि वह संक्रमण दर पर रोज नजर रखें और अगर मामले बढ़ते दिखें तो तुरंत पाबंदियां लगाना शुरू कर दें।