*साय सरकार नाकामी बदनामी को छुपाने के लिए विपक्ष नेताओं को परेशान कर रही है *
बेमेतरा =बलौदा बाजार के मामले में साय सरकार अपनी नाकामी और पूरे देश में हुई बदनामी को छुपाने के लिए विपक्ष के नेताओं को परेशान कर रही है जिसके चलते भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि देवेंद्र यादव ना तो बलौदा बाजार में भाषण दिए हैं न ही कलेक्ट्रेट ऑफिस प्रदर्शन में शामिल हुए हुए केवल 5 मिनट रुक कर वापस आ गए थे उसके बाद भी गिरफ्तार किया गया है जो गलत है अनुचित है इस बात को लेकर 24 अगस्त को जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा यह जानकारी बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान दिया उन्होंने कहा कि देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी गलत तरीके से किया गया है उन्हें लगातार किसी और धारा के तहत पूछताछ के लिए जानकारी के लिए बुलाया जा रहा था लेकिन उन्हें दूसरे धारा के तहत गिरफ्तार किया गया है छाबड़ा ने बताया कि बलोदा बाजार के एसपी कार्यालय एवं कलेक्ट्रेट को जिस तरह से जलाया गया है यह षड्यंत्र के तहत अंजाम दिया गया है उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ अपराध का गढ बनता जा रहा है अपने कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा कि कांग्रेस की विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी भाजपा की बौखलाहट को दर्शाता है यह विपक्ष को बदनाम करने की साजिश है उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा इस संबंध में सरकार पुलिस बताएं कि किन भाजपा नेताओं को नोटिस दिया गया है और पूछताछ किया गया है न्यास संगत कार्यवाही होनी चाहिए भाजपा सरकार के चरित्र और व्यवहार 8 महीने में ही अलोकतांत्रिक हो गया है उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार के इस अत्याचारी चरित्र से हम लोग डरने वाले नहीं है इस प्रकार के कृत्यों से हमारे कार्यकर्ता और मजबूती से सरकार के खिलाफ जनता की आवाज को उठेगा छावड़ा ने कहा कि बलौदा बाजार में हुई आगजनी की भयावाह घटना शासन प्रशासन की बड़ी लापरवाही एवं सरकार की इटेंलीजेंट के फेल हो जाने के कारण हुई है यदि समय रहते सरकार एवं प्रशासन सचेत हो जाता और सतनामी समाज के द्वारा सीबीआई की जांच की मांग को पूर्व में ही मान लेता तो प्रदेश को शर्मसार करने वाली घटना से बचाया जा सकता था पूरी घटना के लिए प्रदेश भाजपा सरकार दोषी है लचर व्यवस्था कानून व्यवस्था और प्रशासन की निरंकुशता एवं लापरवाही से बलौदा बाजार में सतनामी समाज के आंदोलन में सामाजिक तत्वों की घुसपैठि हुई और इतनी बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया गया जिसके लिए प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह से दोषी है यदि समय रहते जैतखाम को क्षति पहुंचाने वालों पर कार्रवाई की गई होती और सतनामी समाज से संवाद किया गया होता तो ऐसी अप्रिय स्थिति नहीं होती धार्मिक भावनाएं आहत होने पर आंदोलित समाज को विश्वास में लिया गया होता तो ऐसी स्थिति नहीं बनती
सरकार से किया गया विभिन्न मांग , उठाया गया सवाल
पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने इस पूरे आंदोलन में भाजपा के जिला अध्यक्ष सनम जांगड़े सहित अन्य भाजपा नेताओं की भूमिका की जांच की मांग की गई है इसके साथ ही उन्होंने धरना प्रदर्शन को कलेक्टर से परमिशन दिलाने वाले का नाम जाहिर करने के लिए मांग किया है एवं रैली में आने वाले हजारों लोगों के लिए भोजन मंच पंडाल के लिए रुपए की व्यवस्था करने वाले के नाम के भी खुलासा करने की मांग की गई है इसके साथ उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि इतनी बड़ी घटना के बाद भड़काऊ भाषण देने वाले की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई और नागपुर से 250 से अधिक लोग आए थे वह कौन है इसकी जांच सरकार को करना चाहिए उन्होंने कहा की भीड़ को रोकने की कोशिश नहीं की गई आम जनता के वाहनों को जलाया जा रहे थे लोगों को दौड़ा कर पिटा जा रहा था तब पुलिस कहां थी पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध हैं जिसकी भी जांच होनी चाहिए उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि अभी तक कितने लोगों को गिरफ्तार की गई है इसकी सूची जारी होनी चाहिए और द्वेष पूर्वक किए जा रहे कार्रवाई को रोक लगाना चाहिए इन सब के विरोध में 24 अगस्त को जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा जिसमें दुर्ग के पूर्व विधायक अरुण वोरा के मार्गदर्शन में आंदोलन होगा
छाबड़ा ने बताया कि पत्रकारों को ग़लत तरीके से फंसाने उनकी गाड़ी में गांजा रखा जाता है
इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी बेमेतरा के अध्यक्ष बंसी पटेल नगर कांग्रेस अध्यक्ष सुमन गोस्वामी सहित सनत धर दीवान एवं जावेद खान उपस्थित थे