रायगढ़ /तामनार: पिछले कुछ सालों से तमनार और उसके आसपास के क्षेत्र के लिए फ्लाइक्स का सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है जिसको लेकर आपकी आवाज ने स्थानीय प्रशासन को पेपर के माध्यम से अवगत कराया है लेकिन विडंबना यह रहा की स्थानीय प्रशासन की कुंभकरणी निद्रा से उठने का नाम ही नहीं ले रहा है या फिर यूं कहे की स्थानीय प्रशासन गूंगी और बहरी हो गई है क्योंकि लाख ग्रामीणों ने कई बार तमनार के अलग अलग क्षेत्र से आकर ज्ञापन सोपे जिसके बावजूद फ्लाई एक्स के मामले में कार्रवाई नहीं होना समझ से परे हैं
कंपनी प्रबंधन के हौसले बुलंद: विकासखंड तमनार के वनांचल में कई उद्योग संचालित हो रहे हैं लेकिन उनके हौसले बुलंदी पर है कंपनी प्रबंधन कई नियमों को ताक पर रखकर बिना डरे और बिना रोक-टोक के कार्य तो करते ही हैं और जंगल या नदी के आस पास इधर-उधर फ्लाईएक्स डालते हैं जिसे ग्रामीणों के दिनचर्या पर बुरा प्रभाव तो डालता ही डालता है और इससे बीमारी भी फैल रही है और नदी का पानी अलग दूषित होता है
पिछले कुछ महिनों मे फ्लाई एक्स की वजह से कई जानवरों की अकाल मौत : सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ सालों में फ्लाई ऐश का कारोबार इतना ज्यादा बढ़ गया है कि ग्रामीणों में नई-नई बीमारी तो फेल ही रही है वहीं कई जानवरों दूषित पानी की वजह अकाल मृत्यु हो गई है यहां तक की पिछले दिनों हुई बारिश की वजह से फ्लाइट्स में दलदल होने के वजह से दो गाय और एक बैल फस कर दम तोड़ दिया था जिसका समाचार मिडिया मे प्रकाशित किया गया था
सफेद पोश और कुछ अधिकारियों से संरक्षण प्राप्त : सूत्रों से मिली जनकारी के अनुसार खबर मिल रही है की जिस तरह फ्लाई एक्स के मामले में स्थानीय सफेद पोस नेताओं की चुपी और स्थानीय अधिकारियों का कुंभकरणी निद्रा से कहीं ना कहीं ऐसा प्रतीत होता है कि फ्लाई एक्स माफिया और कंपनी प्रबंधन संरक्षण किसी न किसी रूप मे प्राप्त हो रहा है क्योंकि स्थानीय सफेद पोस नेताओं का फ्लाई एक्स के मामले में कोई बयान नहीं आना और तमनार क्षेत्र के लिए सबसे जटिल समस्या होने के बावजूद ना ही विरोध जताना अपने आप में बहुत कुछ बयां करता है
अब नई सरकार और ओपी से ही भरोसा : ग्रामीणों की माने तो हम नई सरकार के मुखिया जो की आदिवासी होने के साथ ही साथ वनांचल क्षेत्र से आते हैं हम लोगों की परेशानी को वह अच्छे से समझ सकते हैं इसके अलावा कलेक्टर से विधायक बने रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी से काफी ज्यादा उम्मीद