जिला पुलिस बल मुंगेली द्वारा चलाया जा रहा है यातायात जागरुकता कार्यक्रम

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*◼️ जिला पुलिस बल मुंगेली द्वारा चलाया जा रहा है यातायात जागरुकता कार्यक्रम।*
*◼️ जिले मे यातायात शाखा मुंगेली द्वारा स्कूलों में जाकर दी जा रही है यातायात नियमो की  जानकारी।*
*◼️ जिले मे  थाना/चौकी प्रभारीयो द्वारा  विभिन्न स्कूलों/कॉलेजों में बच्चों की सुरक्षा के लिये टोल फ्री नम्बर 1800-123-6010 एवं अभिव्यक्ति एप का किया जा रहा है प्रचार-प्रसार।* 
*◼️ पुलिस मुख्यालय द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से बच्चों की सुरक्षा के लिये टोल फ्री नम्बर 1800-123-6010 किया गया है लॉंच*
मुंगेली=  जिला पुलिस बल मुंगेली द्वारा  छात्र ,छात्राओं को यातायात नियमो के प्रति जागरुक करने हेतु लगातार कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। इसी क्रम मे यातायात शाखा मुंगेली द्वारा बी. आर. साव स्कूल में जाकर यातायात संकेतक,  दिशा ज्ञान, तीन सवारी, वाहन चलाते समय मोबाईल का उपयोग न करने, नाबालिको को वाहन न चलाने, तेज रफ्तार से वाहन न चलाने, लाईसेंस, बीमा एवं आवश्यक दस्तावेज सदैव अपने पास रखने संबंधी आवश्यक जानकारी दी गई।
      इसी प्रकार  ‘‘हमर-बेटी हमर-मान’’ कार्यक्रम के तहत जिले थाना/चौकी द्वारा विभिन्न स्कूलों में जाकर बच्चों की सुरक्षा के लिये लॉंच टोल फ्री नम्बर 1800-123-6010 एवं महिलाओं/बालिकाओं की सुरक्षा के लिये बनाये गये ‘‘अभिव्यक्ति एप’’ का का प्रचार किया गया। जिसमें थाना पथरिया द्वारा शासकीय स्कूल पड़ियाईन, शासकीय अवंती बाई कॉलेज पथरिया, शासकीय आत्मानंद स्कूल लछनपुर, शासकीय हाई स्कूल डांडगांव, तथा थाना फास्टरपुर द्वारा शासकीय हाई स्कूल लगरा, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला बेलसरी, शासकीय स्कूल कोसमतरा एवं थाना मुंगेली द्वारा शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला मुंगेली में बच्चों की सुरक्षा के लिये टोल फ्री नम्बर की जानकारी दी गई, जिसके माध्यम से कोई भी पीडित बालिका स्वयं अथवा बालिका की ओर से किसी भी व्यक्ति के द्वारा उसके साथ हो रहे शोषण, अत्याचार, दुर्व्यवहार, परेशानी या अपराध की शिकायत दर्ज करने, बच्चों अथवा उसके माता-पिता के लिये मनोचिकित्सक से परामर्श की सुविधा, बच्चों को गुड टच बैड टच एवं बेटियों के लिये कानून में दिये गये अधिकारों की जानकारी देकर जागरूक किया गया। इसके साथ ही महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा के लिये लॉंच ‘‘अभिव्यक्ति एप’’ का भी प्रचार-प्रसार किया गया, जिसके माध्यम से संकट की स्थिति में फंसी महिलाओं/बालिकाओं को तत्काल पुलिस सहायत उपलब्ध कराने हेतु इमरजेंसी नम्बर, बिना थाना गये अपनी शिकायत दर्ज कराने एवं उसके निराकरण की स्थिति ऑनलाईन देखने संबंधी जानकारी बच्चों को दी गई।

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