पेट्रोल ने लवन में किया शतक पार बेतहाशा मंहगाई ने बिगाड़ा घरों का बजट

रिकार्ड-रिकार्ड पर बना रहे है पेट्रोल-डीजल के दाम, खाद्य तेल ने तोड़ी आम आदमी की कमर

बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।

दिनों दिन बेतहाशा बढ़ रही मंहगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है। खाद्य पदार्थो और घरेलू गैस की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी से आमदमी को बेहद परेशान हो गया है। कोरोना वायरस संकट का असर मार्च 2020 से अब तक महामारी का सामना कर रहे है। कोरोना प्रतिबंधों की वजह से काम-काज, रोजी-रोटी पर काफी बड़ा संकट पड़ा है। इसके साथ ही मंहगाई भी लोगों के जीवन पर बुरा प्रभाव छोड़ रही है।
पेट्रोल-डीजल, घरेलू गैस से लेकर खाने के तेल, दालें राशन तक की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले 75 रूपये प्रति लीटर बिकने वाला पेट्रोल अब 100 रूपये प्रति लीटर बिक रहा है। खाने का तेल भी लगभग दोगुने कीमत पर पहुंच गया है। वर्तमान में लोगों की रोजमर्रा की जिन्दगी बेपटरी होती नजर आ रही है। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों ने आम आदमी की जेब पर बूरा असर डाला है। खाद्य पदार्थो के ट्रांसपोर्ट का खर्च बढ़ गया है। बढ़ती मंहगाई का यह भी एक कारण माना जा रहा है। आए दिन डीजल-पेट्रोल अपनी कीमत के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है, लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। वहीं किसानों के लिए तो यह बड़ी मुसीबत बन गई है। आधुनिकता के इस दौर में खेती-किसानी के लिए सब कुछ मशीनों से ही होता है, ऐसे में डीजल के दामों में बढ़ोतरी होने से किसानों की मुश्किल बढ़ गई है। पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्टेशन महंगा हो गया है और हर उत्पाद और सेवा के दाम बढ़ने शुरू हो गई है। इससे सबसे ज्यादा खामियाजा गरीब व मध्यम वर्गीय परिवारों को भुगतना पड़ रहा है। वही, दिनो दिन सुरसा की तरह बढ़ रही मंहगाई से लोग कर्जदार होते जा रहे है। कोरोना के संकटकाल के बाद अब लोग महंगाई जैसे वायरस से जूझ रहे है। लोगों की रोजमर्रा की जिन्दगी बेपटरी हो गई है। आम आदमी को घर चलाना मुश्किल हो गया है। कोरोना काल से लोगों की आमदनी में भी काफी असर आया है, अब लोग कर्ज लेकर अपना गुजर बसर करने को मजबूर हो रहे है। महंगाई ज्यादा होगी तो जाहिर है लोगों की बचत भी कम होगी। दिनो दिन बढ़ती हुई मंहगाई के चलते लोग कर्जदार होते जा रहे है। सब्जी की कीमतों में उछाल, किराना का बजट दोगुना होना, रोजगार छिनने आदि से लोग मानसिक परेशानियों का सामना कर रहे है। गरीब व मध्यमवर्ग परिवारों में महंगाई के खिलाफ रोष बढ़ता ही जा रहा है। पेट्रोल के बढ़ते हुए दामों को देखते हुए लोग अब मोटर सायकल की जगह सायकल पर देखे जा रहे है। पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ते दाम से आम लोगों में गुस्सा है क्योंकि डीजल के दाम में वृद्वि से खाद्य आपूर्ति महंगी हो रही है। ट्रांसपोर्ट खर्च बढ़ने से इसका सीधा असर खाद्य वस्तुओं पर पड़ रहा है। वही, रसोई गैस के कीमतों में वृद्वि से आग में घी का काम कर दिया है। एलपीजी के दाम लगातार बढ़ने से महिलाओं में भी रोष देखने को मिलने लगा है। पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ रही कीमतों के बीच रसोई गैस सिलेंडर के दामों में हुई वृद्वि से आम जन खास प्रभावित हुआ है। पेट्रोलियम पदार्थो के दाम बढ़ने का असर राशन और सब्जी से लेकर अन्य घरेलू सामान तक के दामों तक पर पडता है। आम आदमी मंहगाई को लेकर खासा परेशान है। लोगों का कहना है कि कोरोना काल के संकट से जुझते जुझते करीब साल भर हो गया है और अब लगातार बढ़ती महंाई ने कमर तोड़ दी है।

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