प्रदेश में अगले पांच दिनों तक शीतलहर से राहत की संभावना है, क्योंकि न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है और वातावरण में नमी भी बनी हुई है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस कारण रात के तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। हालांकि, दिसंबर के आखिरी दो-तीन दिनों में ठंड बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
बंगाल की खाड़ी का प्रभाव:
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव का क्षेत्र रविवार को उत्तर-पश्चिम दिशा में स्थित रहा, और इसके पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है। यह क्षेत्र 24 दिसंबर तक उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्रप्रदेश के तटों तक पहुंच सकता है। इस सिस्टम के कारण प्रदेश में समुद्र से आने वाली नमी का प्रभाव जारी रहेगा, जिससे रात के तापमान में गिरावट की संभावना कम रहेगी और ठंड से भी राहत मिलेगी।
राजधानी और प्रदेश के अन्य हिस्सों का तापमान:
रविवार को राजधानी रायपुर में न्यूनतम तापमान 18.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से 5.7 डिग्री ज्यादा था। सुबह के समय हवा में नमी का स्तर 94 फीसदी था, जो शाम तक घटकर 69 प्रतिशत तक पहुंच गया। प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर दर्ज किया गया है।
प्रदेश में तापमान की स्थिति:
प्रदेश के बलरामपुर जिले में सबसे कम न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। अधिकतम तापमान भी सामान्य स्तर के आसपास रहा और यह 23 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। सुकमा जिले में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 31.8 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, सोमवार को प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
भविष्य में ठंड में वृद्धि:
मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि दिसंबर के आखिरी दिनों में ठंड में तेजी से वृद्धि हो सकती है। 27 दिसंबर तक एक नया पश्चिमी विक्षोभ भारतीय क्षेत्र को प्रभावित करेगा, जिससे उत्तर छत्तीसगढ़ में हल्की बारिश हो सकती है। इसके बाद 30 दिसंबर से न्यूनतम तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो सकता है।
इस प्रकार, वर्तमान में शीतलहर से राहत मिलने की संभावना है, लेकिन दिसंबर के अंत में ठंड का असर बढ़ सकता है।