
नौकरी दिलाने के नाम पर 6.60 लाख की ठगी, तीन आरोपी गिरफ्तार
बस्तर। जिले में शिक्षा विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देकर दो युवकों से 6 लाख 60 हजार रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले दो आरोपियों को पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है। आरोपियों ने युवकों को फर्जी नियुक्तिपत्र देकर धोखाधड़ी की थी। यह मामला भानपुरी थाना क्षेत्र का है।
फर्जी दस्तावेज तैयार कर ठग लिए लाखों रुपए
मिली जानकारी के अनुसार, देवड़ा निवासी दिलीप कुमार कश्यप और कांवड़गांव निवासी चुम्मन राम बघेल की सोनारपाल निवासी नारायण बघेल से जान-पहचान थी। नारायण ने दोनों युवकों को शिक्षा विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा दिया और इसके बदले मोटी रकम मांगी। युवकों ने विश्वास कर पैसे देने की हामी भर दी।
इसके बाद नारायण बघेल ने अपने दो साथियों प्रमोद मौर्य और अभिजीत प्रताप सिंह के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए। इन आरोपियों ने दिलीप कुमार कश्यप से 3 लाख 40 हजार रुपए और चुम्मन राम बघेल से 3 लाख 20 हजार रुपए वसूले। इसके बाद दोनों को फर्जी नियुक्तिपत्र सौंप दिया और आश्वासन दिया कि उनकी नौकरी लग गई है और अब कोई परेशानी नहीं होगी।
दफ्तर पहुंचते ही खुली पोल, पुलिस ने दर्ज किया मामला
जब दोनों युवक शिक्षा विभाग के कार्यालय पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि न तो ऐसी कोई वैकेंसी थी और न ही उनकी नौकरी लगी है। ठगी का एहसास होते ही उन्होंने आरोपियों से अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन कोई रकम नहीं लौटाई गई। इसके बाद दोनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
मुख्य आरोपी 7 महीने बाद गिरफ्तार
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पहले प्रमोद मौर्य और अभिजीत प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मुख्य आरोपी नारायण बघेल फरार हो गया था। पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी और करीब 6-7 महीने बाद उसे गांव के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस मामले की आगे जांच कर रही है।