
तूफान में डूबे जहाज से भोपाल का इंजीनियर लापता:मां को बेटे के जिंदा लौट आने की उम्मीद, बोली- उसने जो अंगूठी पहनी थी, वो किसी शव के हाथ में नहीं मिली
करीब 10 दिन पहले आया चक्रवाती तूफान ताऊ ते कई जिंदगियां तबाह कर गया। कई लोग लापता हैं, उनमें भोपाल के इंजीनियर सौरभ जैन भी हैं। तूफान के वक्त मुंबई के पास अरब सागर में जो जहाज बार्ज पी-305 डूब गया था, सौरभ उसी पर सवार थे। शक्तिनगर में रहने वाले इनके परिवार को जैसे ही बेटे की खबर मिली, पूरा परिवार मुंबई पहुंच गया। नौसेना ने यहां रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म कर दिया है, लेकिन बेटे के जिंदा होने की आस में पूरा परिवार मुंबई में डेरा डाले हुए हैं।
भास्कर से बातचीत में सौरभ की मां आशा जैन ने बताया कि मेरा बेटा जिंदा है। उसके हाथ में हीरे की अंगूठी थी। सौरभ ने उसे कई बार निकालने की कोशिश की थी, वह नहीं निकलती थी। अभी तक 89 शव मिले हैं, उनमें से किसी शव के किसी हाथ में हीरे की अंगूठी नहीं मिली है।
पत्नी मेधा की अपील- सर्च ऑपरेशन जारी रखे नौसेना
सौरभ के पिता अरुण जैन इस हादसे से सदमे में हैं। जबकि पत्नी मेधा और सात साल की बेटी अनाया हादसे के बाद से ही सुधबुध खो बैठी हैं। बड़े भाई सुमित का कहना है कि वे हर स्तर पर गुहार लगा चुके हैं कि सर्च ऑपरेशन बंद न किया जाए। लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही। मां आशा बताती हैं कि हमने कई ज्योतिषियों से पूछा है।
सभी ने बताया कि बेटा जिंदा है। जहां पर जहाज डूबा था, उससे 30 किमी दूर दक्षिण में किसी द्वीप पर होने की बात बता रहे हैं। मेरा दिल भी यही कह रहा है कि वह अभी जिंदा है। उसने 15 मई को यह बोला था कि वह 26 मई तक आ जाएगा। सौरभ की पत्नी मेधा ने एक वीडियो जारी कर नौसेना से अपील की है कि सर्च ऑपरेशन जारी रखे।
भाई ने वीडियोकॉल कर तूफान के बारे में बताया था… सौरभ के भाई सुमित ने आरोप लगाया कि ओएनजीसी ने तूफान की चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने बताया कि सौरभ सर्टिफिकेशन इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (सीईआईएल) में मैकेनिकल इंजीनियर है। 12 अप्रैल को प्रोजेक्ट वर्क के लिए गया था। सूत्रों कहना है कि कंपनी सौरभ के परिवार से संपर्क में है। शवों से मिलान के लिए परिवार के डीएनए सैंपल भी लिए हैं। कंपनी डीएनए टेस्ट के रिजल्ट का इंतजार कर रही है।