
विधायक भी अनुसूचित जाति बाहुल्य गांवों की कर रही उपेक्षा
बरमकेला/सुधीर चौहान। छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व सदस्य एवं जिला भाजपा के उपाध्यक्ष पुनीत राम चौहान ने प्रदेश की भुपेश सरकार पर अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को उपेक्षित करने का आरोप लगाया है।
जिला भाजपा उपाध्यक्ष श्री चौहान ने कहा कि अनुसूचित जाति वर्ग के आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोगों को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए भाजपा की रमन सरकार ने मिनीमाता स्वालम्बन योजना के तहत अनुसूचित जाति वर्ग के ब्यक्ति को ब्यवसाय करने के इच्छुक ब्यक्ति को प्रशिक्षित कर उन्हें ब्यवसाय के माध्यम से रोजगार की मुख्यधारा में जोड़ने का काम किया जा रहा था।किन्तु जब से प्रदेश में कांग्रेस की भुपेश सरकार आया है ,तब से इस योजना को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।जिससे अनुसूचित जाति के लोग दूसरे के बंधवा मजदूरी करने के लिए विवश हैं।
ठीक उसी प्रकार से भाजपा की सरकार में अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण का गठन किया गया था।इसके तहत अनुसूचित जाति बस्ती में मुलभुत सुविधा के विस्तार के लिए सी.सी.रोड,नाली निर्माण,मंगल भवन पेयजल ब्यवस्था सुनिश्चित हो इस उद्देश्य से किया गया था।जो भाजपा सरकार के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ के अनेक गांवों में इस योजना का लाभ मिला।किन्तु कांग्रेस की सरकार में एक भी अनुसूचित जाति बस्ती में इस प्रकार का कोई कार्य नहीं हुआ है।जबकि सारँगढ की विधायक श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े अनुसूचित जाति प्राधिकरण के उपाध्यक्ष हैंऔर सारँगढ विधान सभा क्षेत्र अनुसूचित जाति बाहुल्य विधान सभा है।सरकार एवं विधायक के चार साल बीत जाने के बाद अनुसूचित जाति बाहुल्य गांवों में अनुसूचित जाति प्राधिकरण का काम नहीं मिल पाना बहुत ही निंदनीय और क्षेत्र की जनता के साथ घोर अन्याय है।