भूपेश बघेल को कांग्रेस आलाकमान से मिली उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पर्यवेक्षक की कमान, छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों में लगा पूरी तरह से विराम… उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाए जाने पर सोनिया गांधी का जताया आभार…


छत्तीसगढ़। लगातार अटकलें लगाई जा रहीं थीं कि छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन होगा, इसी बीच कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उत्तरप्रदेश का कांग्रेस की ओर से वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाएं जानें पर सारी अटकलों पर विराम लग गया है।
ज्ञात हो कि सोशल मीडिया में लगातार सूत्रों के हवाले से खबरें आ रहीं थीं कि 7 अक्टूबर को भूपेश बघेल अपने पद से इस्तीफा दे देंगें और टीएस बाबा की ताजपोशी होगी। लेकिन इसी बीच अचानक एआईसीसी द्वारा छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल पर भरोसा जताते हुए उन्हें 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया गया, जिसके बाद से ही अब नेतृत्व परिवर्तन की सारी अटकलों पर पूण्य विराम लग गया है। वहीं बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद ही ट्विटर पर प्रदेश के मुखिया ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी का आभार मानते हुए कहा कि जिस तरह शीर्ष नेतृत्व ने मुझ पर भरोसा जताया है मैं उनके भरोसे पर पूरी तरह से खरा उतरूंगा यह मेरा पूरा प्रयास रहेगा। वहीं अपने ट्विटर हैंडल में भूपेश ने लिखा कि “परिवर्तन का संकल्प, कांग्रेस ही विकल्प” इस बात से साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को अपने छत्तीसगढ़ के सेनापति पर पूर्ण भरोसा है। वहीं भूपेश बघेल के ट्विटर हैंडल पर लगातार समर्थकों का बधाई देने का तांता भी लगा हुआ है। गत दो दिनों से लगातार सूत्रों के हवाले से एक प्रोपोगंडा चलाया जा रहा था कि 7 अक्टूबर छत्तीसगढ़ में नेतृत्व परिवर्तन हो जाएगा। वहीं 10 जनपथ के करीबी सूत्रों की बातें लिखी जा रही थीं। अब जब भूपेश बघेल को उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य का नेतृत्व दिया गया है इससे तो साफ जाहिर है कि एआईसीसी और कांग्रेस के आलाकमान को भूपेश पर ही भरोसा है और अब नेतृत्व परिवर्तन जैसी सभी बातों पर पूरी तरह से विराम भी लग गया है।