
विधानसभा अध्यक्ष व स्थानीय विधायक डॉ चरणदास महंत ने कहा कि ट्रेन से आ रहे यात्रियों का कोरोना जांच रेलवे स्टेशन में हो रहा है अगर किसी कारणवश मजदूर टेस्ट से भाग दूसरी ओर से निकल रहें हैं तो ऐसी स्थिति में स्थानीय अधिकारियों से बात कर जांच की स्थिति और स्टेशन से निकासी पर ध्यान रखने हेतु निर्देशित किया जाएगा, ताकि सभी मजदूर स्वस्थ रहें और सुरक्षित रहें।
सक्ती। कोरोना काल के पहले लहर में सबसे ज्यादा परेसानी मजदूरों को हुई थी। वहीं देश के सभी प्रदेशों द्वारा मजदूरों को लाने विशेष ट्रेन के माध्यम से लाया भी गया था।
जैसे ही कोरोना का कहर का काम हुआ मजदूर फिर कमाने खाने अपने अपने क्षेत्रों को छोड़ दूसरे राज्यों की ओर पलायन कर गए थे। कुछ ग्राम पंचायतों में मजदूरों के पलायन को रोकने मनरेगा अंतर्गत विशेष कार्यो का प्रयोजन भी किया गया था, वहीं कुछ मजदूर अपने सरपंचों को बता कर पलायन किये थे, मगर अधिकतर मजदूरों का पलायन पहले जैसा ही रहा और वे बिना किसी सूचना के ही पलायन कर गए थे। वहीं अब कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है ऐसी स्थिति में सक्ती और आसपास के विकासखण्डों के मजदूर जो पलायन किये थे उनका आना प्रारंभ हो गया है, वैसे तो ट्रैन में सफर से पहले कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है, या फिर जिस भी स्टेशन में यात्री उतरते हैं ऐसे सभी स्टेशनों में कोरोना जांच की सुविधा अनिवार्य की गई है। मगर सक्ती नगर के रेलवे स्टेशन में उतर रहे मजदूर प्लेटफार्म नंबर दो की तफर से बिना जांच कराए अपने गांव जा रहे हैं, जिससे कोरोना का डर क्षेत्र में बढ़ता दिख रहा है। वहीं कुछ जानकर कहते हैं कि अगर इसी तरह मजदूरों का आना लगा रहा और उनकी जांच नही हुई तो क्षेत्र में कोरोना की तीसरी लहर के प्रकोप से कोई नहीं रोक सकता है। प्रशासन को विशेष ध्यान देते हुए मजदूरों के वापसी पर कोरोना जांच के लिए अतिरिक्त व्यवस्था करानी जरूरी हो गई है।
