
जमीन का बड़ा व्यापारी के रूप में जाना जाने वाला ताकेश्वर पाटले का नाम गोलिकांट में शामिल बताया जा रहा है जिसके तार कई प्रतिष्ठित लोगो से जुडा हुवा है
जिन दो मोटर साईकल से शूटआउट को अंजाम दिया गया उसकी जप्ति नहीं दिखाई गई
मस्तूरी थाना प्रभारी कि कार्यशैली पर बड़ा प्रश्न चिन्ह
बिलासपुर ///मस्तूरी –-:आपसी रंजिश एवं वर्चस्व की लड़ाई के कई घटनाए एवं किस्से तो समय के गर्भ में समा चूका है और उन्ही में से कुछ बड़े कारण षडयंत्र बनकर मस्तूरी शूटआउट का रूप लिया है. मस्तूरी क्षेत्र में वर्चस्व कि लड़ाई तो बहुत पुरानी है. फायर आम्र्स का उपयोग कर बडी घटना को अंजाम देने वाले 07 आरोपियो  को उपयोग किया गया है असल में इन सबके के कोई और है जिसका प्रभाव इस क्षेत्र में बहुत दिनों चला आरहा है.आरोपियो के कब्जे से घटना में प्रयुक्त देशी पिस्टल व देशी कट्टा जप्त हुआ है जिससे यह भी संका जताई जा रहीं है कि यूपी बिहार के हथियार सप्लायर से सीधा कनेक्शन कि संभावना जताई जा रहीं है
➡️ ए.सी.सी.यू. बिलासपुर (सायबर सेल) व थाना मस्तूरी की संयुक्त टीम द्वारा अज्ञात हमलावारो कि शिनाखतगी में 100 से अधिक सी.सी.टी.वी. फुटेज खंगाली गई जिसके माध्यम से अज्ञात हमलावरो की शिनाखतगी बाद कडी से कडी जोडते हुये पुलिस  आरोपीयों तक तो पहुँच गई किन्तु इस पुरे घटनाक्रम का भंडाफोड़ होना अभी बाकी है
थाना मस्तूरी, बिलासपुर (छ.ग.) अपराध क्र 736/25 धारा 109, 3(5) बी.एन.एस. 25, 27 आम्र्स एक्ट मामला पंजीबद्ध हो गया है जिसमे आरोपी गण है -::
- विश्वजीत अनंत पिता स्व बलराम अनंत उम्र 29 वर्ष निवासी ग्राम मोहतरा थाना मस्तूरी जिला बिलासपुर (छ.ग.)
- अरमान उर्फ बलमजीत अनंत पिता स्व. बलराम अनंत उम्र 29 वर्ष निवासी ग्राम मोहतरा थाना मस्तूरी जिला बिलासपुर (छ.ग.)
- चाहत उर्फ विक्रमजीत स्व बलराम अनंत उम्र 19 वर्ष निवासी ग्राम मोहतरा थाना मस्तूरी जिला बिलासपुर (छ.ग.)
- मोहम्मद मुस्तिकीम उर्फ नफीस पिता मोहम्मद मुख्तार उम्र 29 साल निवासी ग्राम भारतीय नगर वार्ड नंबर 24 एल.ए.गली तैयबा चैक, मस्जीद के सामने थाना सिविल लाईन बिलासपुर (छ.ग.)
- मोहम्मद मतीन उर्फ मोन्टु पिता मोहम्मद मुख्तार उम्र 22 साल निवासी अटल आवास कोनी थाना कोनी जिला बिलाासपुर (छ.ग.)
- 02 विधि से संर्घषरत किशोर।
बरामद सामग्री:-
- देशी पिस्टल 02 नग,
- देशी कट्टा 01 नग,
- मैगजीन 05 नग।
- जिंदा कारतुस 04 नग।
- फायर आम्र्स से चला हुआ कुल 13 नग खाली खोखा (कारतूस)
- फायर आम्र्स से चला हुआ बुलेट 10 नग।
- मोबाईल फोन 05 नग।
अभी तक पुलिस विवेचना में घटना की जो पृष्ठभूमि बन रहीं है कि
मस्तुरी के नितेश सिंह (इस प्रकरण का प्रार्थी) व मुख्य आरोपी विश्वजीत अनन्त के परिवार के मध्य मस्तुरी क्षेत्र में जमीन के क्रय विक्रय, अतिक्रमण करने तथा राजनितीक वर्चस्व कायम करने को लेकर विवाद चला आ रहा था इसके पूर्व दोनो पक्षो के द्वारा एक दुसरे के विरूद्ध मस्तुरी तथा सिविल लाईन थाने में भी अपराध पंजीबद्ध कराया जा चूका है। आरोपी विश्वजीत अनन्त नितेश सिंह एवं उसके परिजनो तथा साथीयों को जान से मारने की नियत से अपने भाई तथा अन्य आरोपीगणो के साथ मिलकर षडयंत्र किया, उसको मालूम था कि नितेश सिंह रोज शाम को मस्तुरी जनपद पंचायत कार्यालय के सामने अपने साथीयों के साथ बैठता है इसकी रेकी की गई तथा 25/10/2025 को भी मारने का प्लान बनाया था जो किसी कारण वश प्लान सफल नही हो पाया था इसके बाद 28/10/2025 को लगभग 06 बजे शाम उक्त आरोपीगणो ने दो मोटर सायकल में आकर घटना स्थल मेन रोड मस्तुरी में नितेश सिंह व उनके साथीयो के उपर फायर आम्र्स से लगातार फायर किये जिससे मौके पर उपस्थित नितेश सिंह के साथीयो राजू सिंह व चन्द्रभान सिंह को गोली लगने से घायल हो गये जिन्हे तत्काल उपचार हेतु अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विवेचना में यह तथ्य सामने आया है कि तारकेश्वर पाटले जो कांग्रेस समर्थक है ने विश्वजीत को 01 लाख रू नगद दिया है जिसे विश्वजीत अनन्त ने आरोपियो में वितरित किया है, इसकी तस्दीक की जा रही है। प्रकरण में अन्य आरोपी शामिल हो सकते है सभी की भूमिका के संबंध में विवेचना की जा रही है. पुलिस कि इतनी बड़ी टीम इस पुरे मामले कि विवेचना धरपकड़ में अपने अपने स्तर पर लगी रहीं किन्तु जिन दो मोटर साईकल से इतने बड़े घटना को अंजाम दिया गया है पुलिस ने उसकी जप्ति ही नहीं दिखाई. पुलिस खुद कह रही है कि 100से अधिक सीसीटीवी कि जाँच कि गई और आसपास के क्षेत्र में लोगो से पूछताछ भी कि है फिर जिन दो मोटर साईकल के सहारे शूटआउट को अंजाम दिया गया उसकी जप्ति में कहाँ चूक हो रहीं है.?

मस्तूरी क्षेत्र शुरू से संवेदनशील रहीं है भूमाफिया क्रेसर प्लांट एंटीपीसी राखड़ मामला रेत खदान ईटा भट्टा स्पंज आयरन कारखाने कोल डिपो वाशरी जैसे बड़े व्यवसाय इस क्षेत्र में संचालित होते है जिसमे आए दिन विवाद होते सुना जाता है किन्तु मस्तूरी थाना प्रभारी कि कार्यशैली पूरी तरह से मायूसीजनक सुनने को मिलता रहा है थाने में मामलो कि पेंडेंसी इतनी है कि महीने भर बैठकर निपटाएंगे तो मुश्किल जाएगी क्योंकि यहाँ का थाना प्रभारी का रिटायरमेंट निकट है तो उनको थाने के प्रति जिम्मेदारी स्वभाविक नहीं दिखती. ज्यादातर बीमार होने का या शामको थाने से नादारत रहने कि जानकारिया मिलते रहती है कई प्रार्थी पीड़ित लोग घंटो इंतिजार करते थक कर लौट जाते. थाने में सब काम शिष्टाचार से होता है. अब ज़ब थाने से महज 200 मिटर कि दुरी पर गोलिकांठ हो गया तब भी क्या पुलिस कप्तान मस्तूरी थाना प्रभारी के कार्यशैली पर अंकुश नहीं लगाएंगे.. ❓

 
					











