लायंस क्लब रायगढ़ मिड टाउन की दूरगामी सोच है गर्भनाल चिकित्सा

स्टेम सेल है आने वाली पीढ़ी के लिए एक वरदान – ऋषि वर्मा

रायगढ़ – नगर के साकेत होटल में गत गुरूवार को स्टेम सेल पर जागरूकता को लेकर लायंस क्लब ने एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें लायंस क्लब के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर लायन जयप्रकाश अग्रवाल, अध्यक्ष ऋषि वर्मा समेत लायंस क्लब के अधिकारी, सदस्य एवं पत्रकार साथी मौजूद थे। वर्कशॉप में गर्भ में बच्चा कैसे बड़ा होता है, कॉर्ड ब्लड या स्टीम ब्लड सेल इत्यादि के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।

विदित हो कि गर्भ के दौरान गर्भनाल में स्टेम सेल ब्लड फ्लो होता है। इसके दोनों हिस्सों यानी अम्बिलिकल और प्लैसेंटा से होकर यह गर्भ में पहुंचता है, जो गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास में सबसे जरूरी होता है। इसे ही कॉर्ड ब्लड या स्टेम सेल ब्लड कहते हैं। यह ब्लड सेल सिर्फ महिलाओं में गर्भ के दौरान डेवलप होता है और सिर्फ गर्भनाल में ही पाया जाता है। लायंस क्लब के रायगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष ऋषि वर्मा ने बताया कि स्टेम सेल को लेकर जानकारी का अभाव है। इस संदर्भ में जागरूकता लाने के लिए लायंस क्लब ने एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें इसके बारे में डिटेल से चर्चा की गई कि स्टेम सेल को कैसे सुरक्षित रखा जाए और इसके क्या फायदे हैं।

कई विकारों में काफी कारगर
गुड़गांव स्तिथ लाइफ सेल के प्रतिनिधि ने गुरुवार को होटल साकेत में आयोजित लायंस क्लब के वर्कशॉप में कहा कि स्टेम सेल से स्पाइनल कार्ड इंजरी, मस्कुलर डिस्ट्राफी, आटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी समेत कई विकारों में काफी कारगर है। इसके लिए लोगों को अब कहीं नहीं जाना पड़ेगा उनके अपने शहर रायगढ़ में कलेक्शन की सुविधा उपलब्ध है। लायंस क्लब ने वर्कशॉप आयोजित कर जागरूकता लाने की दिशा में सराहनीय प्रयास किया है।

आखिर स्टेम सेल थेरेपी क्या है
स्टेम सेल यानी मूल कोशिकाएं शरीर की बिल्डिंग ब्लॉक्स हैं। विखंडन की मदद से ये कोशिकाएं खुद को नया कर सकती हैं। जब स्टेल सेल टूटता है, तो हर नए सेल में स्टेम सेल बने रहने या स्पेशलाइज्ड सेल बनने की क्षमता होती है- जैसे कि मसल सेल, रेड ब्लड सेल या ब्रेन सेल कुछ प्रायोगिक दशाओं के तहत इन्हें टिश्यू बनाने या खास काम के लिए अंग-विशेष के सेल्स बनाने के लिए तैयार किया जा सकता है। यही स्टेम सेल थेरेपी का आधार है. स्टेम सेल आमतौर पर बोन मैरो, सर्कुलेटिंग ब्लड, अमबिलिकल (गर्भनाल) कॉर्ड ब्लड से निकाले जाते हैं और इसका गंभीर बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button