
किसानों के पाले मे खड़े दिखने के लिए मची सियासत होड़, भाजपा से ओपी ने संभाली कमान तो काँग्रेस से मैदान में डंटे राकेश पांडेय
रायगढ़ :- किसानों के पाले में खड़े दिखने के लिए जिले का सियासी पारा पूरे उफान में है l भाजपा व कांग्रेस दोनो ही पार्टियां किसानों की हितैषी दिखने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाये हुए है l किसानों का वोट बैंक दलगत राजनैतिक पार्टियों की दशा दिशा तय करता है l पिछले बिधान सभा चुनाव के दौरान किसानों ने उदार मन से कांग्रेस को वोट दिया यही वजह है कि रमन सरकार को सत्ता से बेदखल होना पड़ा l दो बरस के कार्यकाल के दौरान किसानों की वादाखिलाफी को लेकर भाजपा की ओर से ओपी चौधरी ने मोर्चा खोला हुआ है l
धान खरीदने,बोनस देने बारदाने की कमी रकबा कम करने को लेकर ओपी चौधरी ने कांग्रेस के खिलाफ जमकर बयान बाजी कर सरकार को कटघरे में खड़ा किया l वही ओपी चौधरी द्वारा जनसम्पर्क के दौरान केंद्र की मोदी सरकार द्वारा कृषि सुधांर हेतु लाये गए विधेयकों का लाभ भी बता रहे है l ओपी के आक्रमक बयान बाजी को लेकर कांग्रेस बैक फुट में नजर आई l ओपी चौधरी के बयानों से डैमेज कंट्रोल का जिम्मा कांग्रेस की ओर से एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष जिले के कद्दावर युवा नेता राकेश पांडेय ने संभाला है l
कांग्रेस की ओर से इस छात्र नेता की ठोस रणनीति कामयाब होती नजर आ रही है l ओपी के आरोपो का जवाब देने के लिए युवा नेता की अगुवाई में कार्यकर्ता धान संग्रहण केंद्र का दौरा कर दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलनों के लिए एक रुपया और धान एकत्र कर किसानों को भवनात्मक रूप से जोड़ पाने में सफल हुए है l अब तक आधा दर्जन धान संग्रहण केंद्र का दौरा कर राकेश पांडेय किसानों तक यह बात पहुंचाने में सफल रहे कि कांग्रेस ने सत्ता में।आकर 36 में से 24 वादे पूरे किए है और केंद्र सरकार धान खरीदी के मार्ग में रोड़ा अटका रही है ताकि प्रदेश सरकार किसानों का धान खरीद न पाए l लेकिन कांग्रेस की सत्ता आने के बाद अमीरों व ठेकेदारों के पेट मे दर्द हो रहा है ग्रामीण अर्थव्यवस्था में तेजी भी आई है l बरहाल ओपी चौधरी व राकेश पांडेय के आमने सामने आने से जिले की सियासत का पारा गर्म हो गया है l राजनैतिक गलियारों में इस बात की चर्चा भी जोरो पर है कि कांग्रेस की ओर से भी जवाबी तोप मुक्कमल रूप से तैयार हो चुकी है जो हर हमले का जवाब देंने को तैयार है