
टेंडर घोटाला उड़ाएगी बघेल सरकार की नींद , मंत्री ने कबूला गड़बड़ी हुई…..
छत्तीसगढ़ में टेंडर घोटाला भूपेश बघेल सरकार की नींद उडा़ सकती है। सरकार के मंत्री ने खुद यह कबूल किया है कि टेंडरों में गड़बड़ी हुई है। इस मामले में 9 अफसरों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। घोटाले का खुलासा होने के बाद मंत्री का कहना है कि जांच के बाद दोषी पाये जाने वालों पर कार्रवाई होगी।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में मंगलवार को वन विभाग में टेंडर घोटाले का मामला उठा। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार से सवाल किया कि इस घोटाले को लेकर अब तक जांच कहां पहुंची और क्या कार्रवाई की गई है। सदन में मौजूद वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने इसके बाद एक-एक कर नेता प्रतिपक्ष के सवालों का जवाब दिया और माना कि यह गड़बड़ी हुई है।
वन मंत्री मोहम्मद अकरब ने बताया कि कुल वन अफसरों ने कुल 37 टेंडर निकाले थे। इनमें से 33 में गड़बड़ी पाई गई है। बताया जा रहा है कि इन निविदाओं को निकालने के लिए 9 अफसर जिम्मेदार हैं। इनमें से 6 भारतीय वन सेवा के अधिकारी हैं।
बघेल सरकार के मंत्री के मुताबिक, निविदा में 30 दिन की अवधि होनी चाहिए लेकिन 21 दिन का समय दिया गया था। निविदा में भंडार क्रय नियमों का पालन नहीं किया गया। वन मंत्री ने बताया, अभी मामले में किसी को जांच अधिकारी नहीं बनाया गया है। विभागीय कार्यवाही जारी है। इसके तहत कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है। अधिकारियों को जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है।