आशीष तिवारी आप की आवाज रायपुर (छ.ग.)
भाजपा कांग्रेस नेता हुए एकजुट
रायपुर। सरजूबांधा शमशान घाट जो 120 वर्ष से ज्यादा पुराना है जहाँ पर दफनाने हेतु रिक्त स्थान है, यहाँ पर हिन्दू धर्म के लोगों को जलाने और दफनाने की सुविधा है,और रायपुर के किसी भी शमशान घाट में दफनाने हेतु स्थान नही है। यहाँ पर अब्दुल अजीज भोंदू के नाम पर 116 / 2 खसरे की रजिस्ट्री को दिखाकर कब्जा किया गया है। जबकि उक्त खसरा जिस स्थान पर कब्जा किया गया है वहाँ पर नही आता। जिसकी सैटेलाईट से ली हुई तस्वीर भी संलग्न है।
भू-माफियाओं के द्वारा रात को यह कब्जा किया गया है, पूर्व में भी इस हेतु ज्ञापन सौंपा जा चुका है:-
उक्त कब्जाधारी बाउंड्री को तीन दिन में तोड़ने का आश्वासन भी दिया गया था किन्तु 5 दिन होने के बावजूद भी अभी तक उक्त कब्जे को तोड़ा नही गया है।
रायपुर कलेक्टर से यह अनुरोध किया गया है कि उस हिन्दू शमशान घाट को बचाने उस कब्जाधारी बांउड्री को तोड़ने का आदेश जारी करें और शमशान घाट को सुरक्षित करवाये। अगर इस पर जल्द कार्यवाही नही की गई तो समिती के द्वारा सड़को पर उतरकर उग्र प्रदर्शन किया जायेगा।
पार्षद सतनाम सिंह ने कहा:
ज्ञापन सौंपने गए नेताओं में पार्षद सतनाम सिंह पनाग ने कहा कि लगभग 120 वर्ष पुराना सरजूबांधा शमशान घाट जिसको आज अचानक कुछ लोगों के द्वारा आकर प्लॉट को कब्जा किया गया है और कहीं का खसरा नंबर बैठाकर यहां के शमशान घाट की भूमि को अपना खसरा नंबर बताकर यहां के प्लॉट पर कब्जा कर लिया गया है,जो रातोरात कब्जा किया गया है, ये एक निंदनीय घटना है। यह हिंदू शमशान घाट रायपुर में एक ही जगह है जहां छोटे छोटे बच्चे और कई बुजुर्ग वहां पे दफन है, लोगों की भावनाएं वहां से जुड़ी हुई है और ऐसी भावनाओं की बात जो लोगों के दिल से जुड़ी हैं जिनके बुजुर्ग और बच्चे वहां पे दफन है।
ऐसी जगह को अगर कोई व्यक्ति आकर के उसपर कब्जा करता है तो निश्चित रूप से भगवान उनको देख रहे हैं और साथ में हम कुछ अधिकारीयों से भी आज निवेदन करने आए थे कि ये आंदोलन उग्र ना होने दिया जाए और अगर ये आंदोलन उग्र हो गया तो निश्चित तौर पर बहुत भारी नुकसान हो सकता है।
कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन:
कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के दौरान पार्षद सतनाम सिंह पनाग, पार्षद एवम नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मनोज वर्मा, पार्षद चंद्रपाल धनगर, रामकृष्ण धीवर, मनीष करडभूजे , ब्लॉक अध्यक्ष सुमित दास आदि अन्य साथी मौजूद रहे।