22 दिसम्बर को पर्यावरणीय स्वीकृति को लेकर होने वाली जनसुनवाई के विरोध में  हुई बैठक

प्रस्तावित उद्योग मैसर्स अरहम इस्पात लिमिटेड ग्राम नेवनारा मे 22 दिसम्बर को पर्यावरणीय स्वीकृति को लेकर होने वाली जनसुनवाई के विरोध को लेकर बेरला ब्लॉक पर्यावरण बचाओ सर्वदलीय समिति की हुई बैठक

बेरला/भिंभौरी :-  प्रस्तावित उद्योग मैसर्स अरहम इस्पात लिमिटेड ग्राम नेवनारा मे 22 दिसम्बर को पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु होने वाली जनसुनवाई  के विरोध को लेकर बेरला ब्लॉक पर्यावरण बचाओ सर्वदलीय समिति की बैठक का आयोजन रविवार को ग्राम नेवनारा दुर्गा मंच के समक्ष रखा गया था। जहां 22 गाँव किसान पंचायत जनकल्याण समिति के वर्षों तक अध्यक्ष रहे वरिष्ठ समाज सेवक मेहत्तर राम साहू ने कहा कि वर्तमान मे सरकार की गलत नीतियों के कारण किसानों को लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है हमारा क्षेत्र कृषि प्रधान है इसे आद्यौगिक क्षेत्र बनाकर प्रशासन किसानों के साथ लगातार अन्याय कर रही है और क्षेत्र के किसान इसका पुरजोर करेंगे। 22 गाँव किसान पंचायत जनकल्याण समिति वर्तमान अध्यक्ष भूलूराम वर्मा ने कहा हमे आज प्रदूषण से भरे किसी उद्यौग की कतई आवश्यकता नही है हम सबने एक साथ रहकर बीते दिनों ग्राम कोहड़िया मे हुए जनसुनवाई मे  योजनाबद्ध तरिके से मैसर्स व्रजेश स्टील प्लांट का विरोध किया था। जिसके परिणाम स्वरूप आज वहाँ बेमेतरा जिला उद्योग विभाग को हार मिली और क्षेत्र के किसानों की जीत हुई। वहीं इस मामले को लेकर ग्राम पंचायत नेवनारा के वर्तमान सरपंच लोकेश साहू के द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा वर्तमान मे प्रस्तावित उद्योग अरहम इस्पात प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी को किसी प्रकार क़ी कोई एनओसी नही दी गयी है। उन्होंने जनसुनवाई मे समस्त ग्रामवासी नेवनारा के साथ साथ क्षेत्र के आसपास के कई गाँवों के पंच, सरपंच, जनप्रतिनिधि, समाज प्रमुख गरीब किसान मजदूर आदि के द्वारा अरहम इसपात कम्पनी को लेकर विरोध दर्ज कराने कि अपील की ।  वहीं ग्राम पंचायत पिरदा सरपंच संजू परगनिहा ने अपने ग्राम  नेवनारा को अपना पड़ोसी गाँव बताते हुए कहा कि ग्राम पंचायत पिरदा के द्वारा अरहम इस्पात कम्पनी का भरपूर विरोध किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जनसुनवाई के नाम पर बेमेतरा जिला के किसी भी ब्लॉक मे आए दिन कभी यहाँ तो कभी वहाँ जनसुनवाई का आदेश प्रशासन द्वारा ग्रामीणों के द्वारा कोई प्रस्ताव नही दिए जाने के बाद भी दे दीया जाता है। इस तरह के प्रयोजन का उचित इलाज आवश्यक है ताकि हमारे कृषि प्रधान क्षेत्र मे प्रदूषित उद्योग लगाने के नाम पर कभी कोई जनसुनवाई न हो। जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी बेरला ब्लॉक अध्यक्ष पूरेन्द्र साहू ने कहा कि वर्तमान प्रशासन पूर्ण रूप से जल जंगल जमीन की हत्या करने मे लगी हुई है जो कि बेमेतरा जिला जैसे कृषि प्रधान क्षेत्र के लिए सर्वथा अन्याय है और हम लोकतान्त्रिक ढंग से इसका विरोध दर्ज करेंगे। तो वहीं जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी कार्यकर्ता गजेंद्र निषाद ने कहा कि जनसुनवाई के दौरान मै इस कम्पनी का विरोध करता हूँ हमे केवल इतना कहकर विरोध दर्ज कराना है ताकि अधिक से अधिक लोग विरोध दर्ज कर सकें। जनपद पंचायत बेरला सरपंच संघ उपाध्यक्ष कमल बघेल ने कहा कि ग्राम पंचायत कोहड़िया मे पर्यावरण विभाग अधिकारी के द्वारा जनसुनवाई के पश्चात विरोध के प्रमाण पत्र तथा जनसुनवाई के कागजात के रूप मे बिना हस्ताक्षर किए कागज ग्राम पंचायत कोहड़िया सरपंच रोहित शिवारे को दीया जा रहा था।  जिसके पश्चात ग्रामीण महिलाओं के द्वारा  पर्यावरण विभाग अधिकारी के कार को रोका गया तब जाकर उन्होंने हस्ताक्षर सहित कागजात सरपंच को दीया अन्यथा जनसुनवाई तक धैर्य बनाए रखने वाली समस्त क्षेत्र वासियों को प्रशासन मुर्ख बनाने मे लगी हई थी। ग्राम रांका पूर्व जनपद सदस्य सिद्दीक खान ने कहा हमे अधिक से अधिक संख्या मे सिमित शब्दों मे शांतिपूर्ण रूप से विरोध दर्ज करना है ताकि अधिक संख्या मे क्षेत्रवासियों के द्वारा विरोध दर्ज किया जा सके। अजीताभ मिश्रा ने बताया कि शरदा और पथर्रा मे जनसुनवाई मे भयंकर विरोध होने के पश्चात भी आज कारखाना प्रारम्भ होने की स्थिति मे है यह प्रशासन कि पूर्णतः मिलीभगत है हमे चौकन्ना रहना है और विरोध दर्ज करने के साथ साथ प्रत्येक घंटे मे कितने व्यक्ति कारखाने खुलने के पक्ष मे अथवा विरोध मे अपनी बात रखते है इस बात की जानकारी लेते रहना है। ग्राम पंचायत गाड़ामोर पूर्व सरपंच दिगंबर परगनिहा ने उद्योग विभाग की नीतियों को पर्यावरण एवं किसान विरोधी बताते हुए ग्राम कोहड़िया मे हुए जनसुनवाई का जिक्र कर समस्त किसानों से विरोध करने की अपील की। ग्राम पंचायत नेवनारा मे हुए इस बैठक मे डॉ. शिरीष शर्मा, ग्राम पंचायत खमतराई सरपंच प्रहलाद सार्थी,  ग्राम पंचायत उफरा पूर्व उपसरपंच यादेश्वर परगनिहा, विकास कश्यप, भोजेंद्र वर्मा, किशोर दुबे, सीताराम साहू, गायत्री वर्मा, राधिका साहू, परानु साहू, हरिश्चन्द्र साहू, वीरसिंह साहू, रामकुमार पाल , विजय निषाद, धनंजय निषाद, आनंद निषाद, रामदास पुराने आदि भारी संख्या मे मौजूद रहे।

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