कलेक्टर ने ली गोधन न्याय योजना की बैठक, जिले में अब तक 13733.51 क्विंटल जैविक खाद किया गया उत्पादित, गोठानों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु अधिकारियों को व्यक्तिगत रूचि लेकर कार्य करने के दिए निर्देश

जशपुरनगर 16 जुलाई 2021/कलेक्टर श्री महादेव कावरे ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में गोधन न्याय योजना की बैठक ली। उन्होंने गौठानवार खाद उत्पादन के संबंध में जानकारी लेते हुए खाद निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री के.एस.मण्डावी, उप संचालक कृषि श्री एम.आर.भगत, डीडी वेटनरी श्री जी.एस.तंवर, सहायक पंजीयक सहकारी संस्था श्री एक्का, ई-जिला प्रबंधक श्री नीलांकर बासु, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
            उल्लेखनीय है कि अब तक जिले में कुल 13733.51 क्विंटल खाद का उत्पादन किया गया है। वर्तमान में गौठानों में 5905.58 क्विंटल खाद उपलब्ध है साथ ही 7867.93 क्विंटल खाद का विक्रय सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को किया गया है। किसानों के द्वारा रासायनिक उर्वरक के साथ ही जैविक खाद का उठाव भी प्राथमिकता से किया जा रहा हैै।
         कलेक्टर ने उद्यानिकी, रेशम, पशुपालन सहित अन्य विभाग के अधिकारियों को अपनी विभागीय  योजनाओं के अंतर्गत की जाने वाली पौधरोपण, चारागाह विकास सहित अन्य कार्यों के लिए आवश्यक खाद की उपलब्धता के लिए मांग पत्र भेजने के निर्देश दिए। जिससे उन्हें समय पर खाद उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने गौठानों के नोडल अधिकारियों को सक्रिय कर विक्रय की गई खाद की क्यूआर कोड को प्राथमिकता से स्कैन करने एवं यथाशीघ्र लंबित खाद का उठाव कराने कहा। जिससे विक्रय की गई खाद की सही जानकारी पोर्टल में प्रदर्शित हो सके। कलेक्टर ने कहा कि इस वर्ष चारागाह का विकास बेहतर ढंग से किया जाना है। इस हेतु उन्होंने डीडी वेटनरी को चारागाह विकास कार्य में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही क्रेडा विभाग के सहायक अभियंता को प्रथम चरण के स्वीकृत गोठानों एवं चारागाह में जल्द से जल्द सोलर पंप स्थापित करने की बात कही। इस दौरान कलेक्टर ने स्वावलंबी गोठान के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने सभी अधिकारियों को गोठानों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु व्यक्तिगत रूप से प्रयास करने की बात कही। इस हेतु गोठान से जुड़ी महिला समूह को खाद निर्माण के अतिरिक्त मुर्गी पालन, बकरी पालन, दोना पत्तल निर्माण, मशरूम उत्पादन सहित अन्य आजीविका संवर्धन गतिविधियंा उपलब्ध कराकर आत्मनिर्भर बनाने के निर्देश दिए।
            कलेक्टर ने सभी सहकारी समितियों में रासायनिक उर्वरक के साथ-साथ जैविक खाद की भी उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने  समिति के माध्यम से किसानों को खाद प्राथमिकता से उपलब्ध कराने की बात कही। इस हेतु सभी विभाग को आपसी समन्वय कर कार्य करने की हिदायत दी। साथ ही शहरी क्षेत्र के गोठानों में भी खाद निर्माण में तेजी लाने एवं निर्मित जैविक खाद को सहकारी समितियों में प्राथमिकता से भण्डारण करने के लिए कहा। जिससे किसानों को जैविक खाद पर्याप्त मात्रा में मिल सके।

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