
रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 16 मई को देवपुरी इलाके में अनाज कारोबारी से हुई लूट के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. रायपुर पुलिस ने मामले में कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दो नाबालिग भी शामिल हैं. वहीं तीन आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. मामले का खुलासा होने के बाद अब लूट की रकम को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. दरअसल आरोपियों से पुलिस ने केवल 7 लाख 95 हजार 400 रुपये और घटना के दौरान इस्तेमाल की गयी बाइक ही जब्त की है. जबकि पीड़ित कारोबारी नरेन्द्र खेत्रपाल ने पुलिस को बताया था कि उससे 50 लाख रुपये की लूट हुई है.
इधर आरोपियों से जब पुलिस ने पुछताछ की तब पता चला कि कारोबारी से 12 से 15 लाख रुपए की ही लूट हुई है. ऐसे में अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आखिर घटना के दौरान सच में लूटी गयी रकम कितनी थी और बाकी के तीन आरोपी कहां है. मामले का खुलासा करते हुए रायपुर ग्रामीण एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि डूमरतराई इलाके कारोबारी नरेन्द्र खेत्रपाल की दुकान है और उसी इलाके में काम करने वाले देवेन्द्र धृतलहरे और अजय घटना के दिन से ही गायब हैं. वहीं अभनपुर के केन्द्री गांव में रहने वाले शिव कुमार कोसले के बारे में भी पुलिस को जानकारी मिली और ये भी पता चला कि इस कांड में शिव कुमार मास्टर माइंड है. मामले में व्यापारी के मुंशी की भी भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. पुलिस को आरोपियों ने बताया है कि उससे ही व्यापारी का इनपुट उन्हें मिला था.
जंगल में बैठक कर प्लानिंग
पुलिस ने बताया कि जंगल में बैठकर शिव कुमार, देवेन्द्र धृतलहरे और अजय ने प्लानिंग की और इसमें मनीष यादव, टिकेश चतुर्वेदी, सूरज और अन्य आरोपियों को शामिल किया. सभी इस कांड को अंजाम देने के लिए राजी हो गये. घटना को अंजाम देने के बाद सभी अलग-अलग फरार हो गये वहीं वारदात के दो दिन के भीतर ही आरोपी देवेन्द्र धृतलहरे, अजय और शिव कुमार कोसले ने लूट की रकम आपस में बांट ली. इसी दौरान उन्हे बैग से व्यापारी का एटीएम कार्ड और खाते की डिटेल भी मिली जिससे शशिकांत और बनवारी नाम के युवकों ने कारोबारी के खाते से 40 हजार रुपये निकाल लिये. सभी आरोपियों को अभनपुर से पकड़ा गया है. ये आरोपी अभनपुर के केन्द्री और मुजगहन गांव के रहने वाले हैं.