रमन सरकार नौकरियां आउटसोर्स करती रही, हम दे रहे हैं नौकरियां : चौबे
रायपुर: प्रदेश में जारी जुबानी जंग में भाजपा और कांग्रेस के तरकशों से एक के बाद एक तीर निकलने का दौर जारी है, पहले रमन सिंह ने ट्वीटर पर बेरोजगारी को लेकर प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल को लबरा (झूठा) बोल दिया, तो उसके बाद अब रविन्द्र चौबे ने पलटवार करते हुए सीधा प्रेस कॉन्फ्रेंस ही ले ली, और मीडिया के माध्यम से पूर्व सीएम रमन सिंह के आरोपों का कृषि मंत्री ने ये जवाब दिया.. प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा, पूरे प्रदेश में रोजगार के लिये बहस छिड़ी हुई है। हमारी सरकार के 3 साल में 2 साल कोरोना में निकल गए है, फिर भी छत्तीसगढ में दूसरे राज्य की तुलना में बेरोजगारी दर बेहद कम है। पीएम मोदी ने 2 करोड़ रोजगार का वादा किया था, लेकिन कोरोना काल मे देश मे कितने लोगों का रोजगार छिन गया। घर लौटते समय कई लोग मौत का शिकार हो गए। रोजगार के अभाव में मौत पर भी पीएम मोदी ने संवेदना व्यक्त नहीं की। केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ का पैकेज घोषणा की थी लेकिन 20 पैसा नही आया है। पिछली सरकार के 5 मंत्री टेक्सास गए थे, वहां से लौटकर इन्वेस्टर मीट किये पौने 4 लाख करोड़ के MOU हुए लेकिन पौने चार रुपये का निवेश नहीं आया, किसी को रोजगार नहीं मिला। ताजे आंकड़ों में छत्तीसगढ में बेरोजगारी दर 2.9 प्रतिशत है, जबकि देश में 7.9% बेरोजगारी दर है। 15 साल डॉ रमन सिंह आउटसोर्सिंग कर रहे लोगों को नौकरी देने में असमर्थ थी। छग में हमारी सरकार ने कोरोना काल में लोगों को रोजगार दिया। कोरोना काल में छग में 3700 अनुकंपा नियुक्ति दी गई। व्यापमं के माध्यम से 1000 से ज्यादा भर्तियां, चंदूलाल मेडिकल कॉलेज में एक हज़ार, बस्तर फाइटर्स 8200 पदों पर भर्तियां निकाली गई। चार नए जिलों में नियुक्तियां की गई। 172 स्वामी आत्मनन्द स्कूल में भर्तियां हुई। दो लाख 50 हज़ार संविदा पदों में प्लेसमेंट के माध्यम से भर्तियां हुई। हमने किसी कर्मचारी का वेतन नहीं काटा केंद्र से हमारा 32000 करोड़ नहीं मिला। उसके बाद भी इतने रोजगार उपलब्ध कराए है, वो प्रशंसा का विषय है। कोरोना काल में 7 राज्यों ने वेतन में कटौती की, हमने किसी कर्मचारियों का वेतन नहीं काटा। बीजेपी आज हताशा में है, रमन सिंह और इनके साथी सनसनी फैलाते है। अजय चंद्राकर भी सनसनी फैलाने बयान देते है। डॉ। रमन सिंह को बेरोजगारी पर अपना ट्वीट इसलिए डिलीट करना पड़ा। क्यूंकि उनका आरोप निराधार था।